एसपी कार्यालय से प्राप्त जानकारी के अनुसार, कई अनुसंधानकर्ता कांडों का सही तरीके से प्रभार नहीं दे रहे थे, जिससे मामलों का निष्पादन बाधित हो रहा था. इस लापरवाही के चलते पीड़ितों को न्याय मिलने में भी देरी हो रही थी.
- लंबित कांडों का प्रभार नहीं देने वाले अनुसंधानकर्ताओं पर हुई कार्रवाई
- अनुसंधान पूरा नहीं होने के कारण मामलों का निष्पादन हो रहा था बाधित
बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर : जिले में पुलिस विभाग में कर्तव्यहीनता पर सख्त कदम उठाते हुए एसपी शुभम आर्य ने 30 पुलिस पदाधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की है. यह कार्रवाई उन अनुसंधानकर्ताओं पर की गई है, जो अपने अधीन लंबित कांडों का प्रभार नहीं दे रहे थे.
जिले के विभिन्न थानों में कांडों के अनुसंधान और निष्पादन में देरी हो रही थी. एसपी कार्यालय से प्राप्त जानकारी के अनुसार, कई अनुसंधानकर्ता कांडों का सही तरीके से प्रभार नहीं दे रहे थे, जिससे मामलों का निष्पादन बाधित हो रहा था. इस लापरवाही के चलते पीड़ितों को न्याय मिलने में भी देरी हो रही थी.
वेतन रोकने का निर्णय :
एसपी शुभम आर्य ने मामले की गंभीरता को देखते हुए ऐसे 30 अनुसंधानकर्ताओं का वेतन रोकने का निर्देश दिया है. इस कार्रवाई का उद्देश्य पुलिस विभाग में अनुशासन बनाए रखना और लंबित कांडों के निष्पादन में तेजी लाना है. एसपी ने स्पष्ट किया कि अपने कार्यों में लापरवाही बरतने वाले अन्य पुलिसकर्मियों पर भी सख्त कार्रवाई की जाएगी.
पुलिस प्रशासन का यह कदम न केवल लापरवाह अधिकारियों को चेतावनी है, बल्कि कांडों के तेजी से निष्पादन के प्रति उनकी प्रतिबद्धता भी दर्शाता है. आम जनता के बीच इस कदम को न्याय सुनिश्चित करने की दिशा में एक सकारात्मक प्रयास माना जा रहा है.
एसपी ने निर्देश दिया है कि सभी थानेदार और अनुसंधानकर्ता अपने कर्तव्यों का निर्वहन सही तरीके से करें. लंबित कांडों के जल्द निपटारे के लिए नियमित समीक्षा की जाएगी.
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