वीडियो : अनुसूचित जाति-जनजाति थाने का घेराव, थानाध्यक्षा पर गंभीर आरोप

उन्होंने दावा किया कि हत्या, बलात्कार और मारपीट जैसे गंभीर मामलों में भी लापरवाही बरती जा रही है, जिससे पीड़ितों को न्याय से वंचित होना पड़ रहा है.











                                           



- आज़ाद समाज पार्टी और भीम आर्मी का विरोध प्रदर्शन
- थानाध्यक्षा पर प्राथमिकी दर्ज न करने और भ्रष्टाचार के आरोप

बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर : अनुसूचित जाति-जनजाति थाने के समक्ष शुक्रवार को आजाद समाज पार्टी और भीम आर्मी के सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने थाने का घेराव किया. प्रदर्शनकारियों का आरोप था कि थानाध्यक्षा मोना कुमारी पीड़ितों की लिखित शिकायतों पर प्राथमिकी दर्ज नहीं कर रही हैं. उन्होंने दावा किया कि हत्या, बलात्कार और मारपीट जैसे गंभीर मामलों में भी लापरवाही बरती जा रही है, जिससे पीड़ितों को न्याय से वंचित होना पड़ रहा है.

प्रदेश महासचिव अनिल प्रधान ने बताया कि अब तक लगभग 10 गंभीर मामलों में प्राथमिकी दर्ज नहीं की गई. उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि थानाध्यक्षा पीड़ितों से मामले दर्ज करने के एवज में 15 हजार रुपये मांग रही हैं. प्रदर्शनकारियों ने यह भी आरोप लगाया कि थानाध्यक्षा ने सदर प्रखंड के पंडितपुर गांव में महिलाओं को धमकी दी और डॉ. भीमराव अंबेडकर के खिलाफ अभद्र टिप्पणी की.

न्याय की मांग और चेतावनी : 

प्रदर्शनकारियों ने थानाध्यक्षा को तुरंत बर्खास्त करने और उनके खिलाफ मानहानि का मुकदमा दर्ज करने की मांग की. अनिल प्रधान ने कहा, "सरकार द्वारा अनुसूचित जाति-जनजाति के मामलों के लिए अलग थाना स्थापित किया गया है, लेकिन यहां पदस्थापित अधिकारी पीड़ितों के साथ दुर्व्यवहार कर रहे हैं. अगर हमारी मांगें पूरी नहीं हुईं, तो हम एसपी कार्यालय का घेराव करेंगे."

घेराव के दौरान जिला अध्यक्ष सुरेश आजाद, महिला विंग की जिलाध्यक्ष प्रेमा राज, मीडिया प्रभारी शशि भास्कर और सुशील कुमार समेत सैकड़ों कार्यकर्ता मौजूद रहे. उन्होंने थानाध्यक्षा पर लगे आरोपों को लेकर सख्त कार्रवाई की मांग की.

कहते हैं अधिकारी : 

एसडीपीओ धीरज कुमार ने कहा, "आजाद समाज पार्टी और भीम आर्मी के कार्यकर्ताओं द्वारा लगाए गए आरोपों की जानकारी पुलिस अधीक्षक को दी जाएगी. उनके निर्देशानुसार आगे की कार्रवाई की जाएगी."

वीडियो : 











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