विश्वामित्र सेना ने दिव्यांगजनों को दिया मकर संक्रांति का तोहफा

कहा, "सनातन संस्कृति का मूल सिद्धांत मानव सेवा परमो धर्म: है और हमारी सेना इसी पर आधारित है. दिव्यांगजनों को बेहतर जीवन और रोजगार देने के लिए जल्द ही अच्छी खबर दी जाएगी."











                                           

- सेना ने मानव सेवा को बताया सनातन संस्कृति का मूल सिद्धांत
- दिव्यांगजन की समस्याओं के समाधान का किया वादा

बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर : मकर संक्रांति के अवसर पर विश्वामित्र सेना ने दिव्यांगजनों के लिए विशेष उपहार का आयोजन किया. राष्ट्रीय संयोजक राजकुमार चौबे के निर्देशन में चूड़ा, गुड़, तिलकुट और मिठाई जैसे सामग्रियों के साथ शुभकामनाएं प्रेषित की गईं. इस आयोजन के माध्यम से दिव्यांगजनों को सहायता और मानव सेवा का संदेश दिया गया.

राष्ट्रीय संयोजक राजकुमार चौबे ने बताया कि हाल ही में उन्हें बक्सर के दिव्यांगजनों से मिलने का अवसर मिला, जहां उनकी समस्याएं सुनने के बाद उनकी मदद का संकल्प लिया गया. उन्होंने कहा, "सनातन संस्कृति का मूल सिद्धांत मानव सेवा परमो धर्म: है और हमारी सेना इसी पर आधारित है. दिव्यांगजनों को बेहतर जीवन और रोजगार देने के लिए जल्द ही अच्छी खबर दी जाएगी."

विश्वामित्र सेना ने दिया संदेश, मिली सराहना :

कार्यक्रम में राष्ट्रीय मीडिया कोऑर्डिनेटर अशोक उपाध्याय, शाहाबाद संयोजक रविराज और ब्रह्मपुर संयोजक हरिशंकर दूबे ने दिव्यांगजनों के बीच उपहार वितरित कर सेना का संदेश साझा किया. जिला दिव्यांग पुनर्वास केंद्र के अध्यक्ष जितेंद्र ठाकुर और प्रमोद केसरी ने सेना के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि सेना का यह कदम प्रशंसनीय है.

कार्यक्रम में मौजूद गणमान्य : 

इस आयोजन में शिक्षा संयोजक धीरज सिंह और समाजसेवी संदीप केसरी सहित कई अन्य लोग उपस्थित रहे. कार्यक्रम ने दिव्यांगजनों को एक बेहतर भविष्य के लिए आश्वस्त किया और सेना की सेवा भावना को प्रदर्शित किया.

आयोजन ने मानव सेवा को मकर संक्रांति के पावन अवसर पर नई ऊंचाइयों तक पहुंचाया.











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