कुछ कैदियों ने अपनी कारा मुक्ति में हो रही देरी की शिकायत की. उन्होंने बताया कि अन्य जिलों से मंतव्य प्राप्त होने में देरी हो रही है, जिससे उनकी रिहाई बाधित हो रही है.
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बंदी दरबार में समस्याएं सुनते डीएम |
- कैदियों ने रखी अपनी समस्याएं, प्रशासन ने दिया भरोसा
- स्वास्थ्य, रिहाई और परिवारिक सहायता को लेकर हुई चर्चा
बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर: जिला मुख्यालय स्थित मुक्त कारागार में डीएम अंशुल अग्रवाल की अध्यक्षता में बंदी दरबार का आयोजन किया गया. यह कार्यक्रम महानिरीक्षक, कारा एवं सुधार सेवाएं, बिहार, पटना के निर्देश और बिहार कारा हस्तक 2012 के नियम 262 के तहत संपन्न हुआ. इस दौरान कई बंदियों ने अपनी समस्याएं जिला पदाधिकारी के समक्ष रखीं, जिनके समाधान के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश जारी किए गए.
बंदी दरबार में कुछ कैदियों ने अपनी कारा मुक्ति में हो रही देरी की शिकायत की. उन्होंने बताया कि अन्य जिलों से मंतव्य प्राप्त होने में देरी हो रही है, जिससे उनकी रिहाई बाधित हो रही है. इस पर डीएम ने काराधीक्षक और प्राबेशन पदाधिकारी को निर्देश दिया कि संबंधित जिलों से समन्वय स्थापित कर नियमानुसार मंतव्य शीघ्र प्राप्त किया जाए.
इसके अलावा, दिव्यांग कैदियों ने अपने परिवारों के भरण-पोषण के लिए सरकारी सहायता की मांग की. इस पर डीएम ने सहायक निदेशक, जिला दिव्यांग सशक्तिकरण कोषांग और जिला सामाजिक सुरक्षा कोषांग के अधिकारियों को निर्देश दिया कि वे मुक्त कारागार में विशेष शिविर लगाकर पात्र बंदियों को वृद्धा पेंशन योजना का लाभ दिलाएं.
कुछ कैदियों ने स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं को उठाया और बेहतर इलाज के लिए उच्च चिकित्सा केंद्रों में भेजे जाने की मांग की. इस पर डीएम ने मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी को निर्देश दिया कि वे विशेष स्वास्थ्य शिविर आयोजित कर कैदियों की जांच और आवश्यक उपचार सुनिश्चित करें.
इस मौके पर कारा अधीक्षक बबिता कुमारी, सहायक अधीक्षक विजय कुमार सिंह, उच्च वर्गीय लिपिक रवि कुमार सिंह, सिविल सर्जन, भवन निर्माण विभाग, बिजली कंपनी, पीएचइडी के एग्जीक्यूटिव इंजीनियर और प्रोबेशन पदाधिकारी सहित कई अन्य अधिकारी मौजूद रहे.
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