जनमानस चेतना यात्रा से विकास और संस्कृति को नई दिशा : वर्षा पांडेय

कहा,"बक्सर केवल ऐतिहासिक और धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण नहीं है, बल्कि यह शिक्षा और संस्कृति की भूमि भी है. हमें अपनी विरासत को संरक्षित रखते हुए आधुनिक विकास की ओर बढ़ना है."











                                           


  • शिक्षा और सामाजिक विकास के लिए वर्षा पांडेय का नया अभियान
  • बक्सर की धरोहर और आधुनिक विकास को जोड़ने की पहल

बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर: नगर की ऐतिहासिक धरोहर और सामाजिक चेतना को सहेजते हुए ‘बक्सर जनमानस चेतना यात्रा’ का भव्य आयोजन किया गया. भाजपा नेत्री एवं भारत विकास परिषद की विश्वामित्र शाखा की अध्यक्षा वर्षा पांडेय के नेतृत्व में निकली इस यात्रा ने बक्सर के सामाजिक और राजनीतिक परिदृश्य में नई ऊर्जा भर दी.

यात्रा की शुरुआत पवित्र रामरेखा घाट स्थित रामेश्वर मंदिर में विधिवत पूजा-अर्चना से हुई, जहां वर्षा पांडेय ने बक्सर के उज्ज्वल भविष्य और समृद्धि की कामना की. इसके बाद उनका काफिला ब्रह्मपुर स्थित बाबा ब्रह्मेश्वर नाथ मंदिर पहुंचा. नगर भ्रमण के दौरान उन्होंने नागरिकों से संवाद किया और उनकी समस्याएं सुनीं.

जनसमर्थन और सामाजिक उत्थान का संदेश

इस यात्रा के माध्यम से वर्षा पांडेय ने बक्सर के विकास और सामाजिक उत्थान के प्रति अपनी प्रतिबद्धता दोहराई. उन्होंने कहा,
"बक्सर केवल ऐतिहासिक और धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण नहीं है, बल्कि यह शिक्षा और संस्कृति की भूमि भी है. हमें अपनी विरासत को संरक्षित रखते हुए आधुनिक विकास की ओर बढ़ना है."

यात्रा के दौरान शिक्षा, रोजगार, बुनियादी सुविधाओं और सांस्कृतिक विकास पर केंद्रित विजनरी डेवलपमेंट मिशन पर भी चर्चा की गई.

जनता का अपार समर्थन और अभूतपूर्व स्वागत

इस यात्रा को स्थानीय नागरिकों, भाजपा कार्यकर्ताओं, समाजसेवियों और युवाओं का अपार समर्थन मिला. हर गली-मोहल्ले में नागरिकों ने गर्मजोशी से स्वागत किया, जिससे यह स्पष्ट हुआ कि बक्सर की जनता वर्षा पांडेय के विजन के साथ खड़ी है.

बक्सर के राजनीतिक और सामाजिक परिदृश्य में नई ऊर्जा 

यह यात्रा केवल जागरूकता अभियान नहीं थी, बल्कि बक्सर के राजनीतिक और सामाजिक चेतना को नई दिशा देने का सशक्त प्रयास भी थी. वर्षा पांडेय का यह संकल्प बक्सर को विकास, शिक्षा और संस्कृति के संतुलित मार्ग पर आगे ले जाने की प्रेरणा दे रहा है.

गंदगी और विकास के अवरुद्ध कार्यों पर जताया क्षोभ 

वर्षा पांडेय ने बक्सर शहर में फैली गंदगी और अवरुद्ध विकास कार्यों को लेकर अपना क्षोभ व्यक्त किया और कहा कि जिस भूमि पर जन्म लिया, उसकी ऐसी दुर्दशा से निराश हूं. चुने हुए जन प्रतिनिधि सिर्फ भाषणों में बक्सर महिमा का गुणगान करते हैं, जबकि जमीन पर इस ऐतिहासिक स्थली को बहुत कुछ सुधार की जरूरत है. 

इस धरती का मुझ पर कर्ज : वर्षा पांडेय

उन्होंने कहा कि एक आम गृहिणी की तरह अपने सुखी संपन्न परिवार के साथ भी मैं सबकुछ अनदेखा कर सकती थी लेकिन इस धरती का कर्ज है जिसने मुझे प्रतिबद्ध किया कि चाहे जितनी मेहनत और यात्रा करनी पड़े, बक्सर की जनता को इस शहर के विकास का हक दिलाने का संकल्प ले चुकी हूं. उसी कड़ी में एक जन मानस को जगाने के लिए यह यात्रा निकली जिसे जनता ने हाथों हाथ लिया. देवभूमि बक्सर की देव तुल्य जनता का आभार.


‘बक्सर जनमानस चेतना यात्रा’ निस्संदेह बक्सर की जनता के दिलों में एक अमिट छाप छोड़ने में सफल रही.











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