परीक्षार्थियों को परीक्षा प्रारंभ होने से एक घंटे पहले परीक्षा भवन में प्रवेश करना अनिवार्य होगा. प्रथम पाली में 8:30 बजे और दूसरी पाली में 1:00 बजे तक परीक्षा केंद्र में पहुंचना आवश्यक है. विलंब से पहुंचने वाले छात्रों को परीक्षा में सम्मिलित होने की अनुमति नहीं दी जाएगी.
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परीक्षा कर्मियों को संबोधित करते उप विकास आयुक्त डॉक्टर महेंद्र पाल |
- परीक्षा के दौरान कड़ी निगरानी, हर केंद्र पर पुलिस बल तैनात
- विलंब से पहुंचने पर नहीं मिलेगा प्रवेश, कदाचार पर होगी एफआईआर
बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर : आज से शुरू हो रही मैट्रिक की परीक्षा 2025 को लेकर प्रशासन ने व्यापक तैयारियां की हैं. परीक्षा की शुचिता बनाए रखने के लिए कड़े सुरक्षा प्रबंध किए गए हैं. इस संबंध में 16 फरवरी को उप विकास आयुक्त डॉ. महेंद्र पाल की अध्यक्षता में जिला निबंधन एवं परामर्श केंद्र में एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित हुई, जिसमें प्रतिनियुक्त दंडाधिकारी एवं पुलिस पदाधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए गए.
परीक्षा 17 फरवरी से 25 फरवरी तक दो पालियों में होगी. पहली पाली सुबह 9:30 बजे से दोपहर 12:45 बजे तक और दूसरी पाली दोपहर 2:00 बजे से शाम 5:15 बजे तक चलेगी. परीक्षार्थियों को परीक्षा प्रारंभ होने से एक घंटे पहले परीक्षा भवन में प्रवेश करना अनिवार्य होगा. प्रथम पाली में 8:30 बजे और दूसरी पाली में 1:00 बजे तक परीक्षा केंद्र में पहुंचना आवश्यक है. विलंब से पहुंचने वाले छात्रों को परीक्षा में सम्मिलित होने की अनुमति नहीं दी जाएगी.
अनुशासनहीनता पर होगी कड़ी कार्रवाई
यदि कोई परीक्षार्थी देर से आने के बाद चाहरदीवारी फांदकर अथवा जबरन प्रवेश करने का प्रयास करता है, तो इसे अपराध माना जाएगा. ऐसे परीक्षार्थी पर दो वर्षों के लिए परीक्षा से निष्कासन की कार्रवाई होगी, साथ ही उन पर प्राथमिकी भी दर्ज की जाएगी.
परीक्षा में कदाचार रोकने के लिए विशेष प्रबंध
इस वर्ष कुल 28 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं, जिनमें 14 बक्सर अनुमंडल और 14 डुमरांव अनुमंडल में स्थित हैं. कुल 26,785 परीक्षार्थी इस परीक्षा में शामिल होंगे. परीक्षा में पारदर्शिता बनाए रखने के लिए सभी केंद्रों पर सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं. प्रत्येक 500 परीक्षार्थियों पर एक वीडियोग्राफर तैनात रहेगा, जो परीक्षा की गतिविधियों की निगरानी करेगा.
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उपस्थित परिक्षाकर्मी |
इसके अलावा, परीक्षा केंद्रों पर कदाचार रोकने के लिए 60 स्थैतिक दंडाधिकारी और 28 पुलिस पदाधिकारी तैनात किए गए हैं. प्रश्न पत्र वितरण दल में 9 दंडाधिकारी एवं 9 पुलिस पदाधिकारी शामिल रहेंगे.
मोबाइल फोन और जूते-मोजे पर प्रतिबंध
परीक्षा भवन में प्रवेश के दौरान परीक्षार्थियों की गहन तलाशी ली जाएगी. परीक्षार्थियों को जूते-मोजे पहनकर परीक्षा देने की अनुमति नहीं होगी. इसके अलावा, किसी भी प्रकार के इलेक्ट्रॉनिक उपकरण, जैसे मोबाइल, ब्लूटूथ, स्मार्ट घड़ी आदि ले जाना पूरी तरह निषिद्ध रहेगा.
यातायात, स्वास्थ्य और सुरक्षा के विशेष प्रबंध
परीक्षा के दौरान किसी भी प्रकार का यातायात अवरोध न हो, इसके लिए यातायात पुलिस को विशेष निर्देश दिए गए हैं. अग्निशमन विभाग को भी अलर्ट मोड पर रखा गया है, जिससे किसी आपात स्थिति में तुरंत कार्रवाई की जा सके. इसके अतिरिक्त, चिकित्सा विभाग को परीक्षा केंद्रों के पास एंबुलेंस और चिकित्सकों की टीम को आवश्यक दवाइयों के साथ तैयार रखने का आदेश दिया गया है.
नकलचियों पर पैनी नजर, होटल-लॉज की होगी जांच
परीक्षा केंद्रों के बाहर भी विशेष सतर्कता बरती जाएगी. परीक्षार्थियों के ठहरने के स्थानों, जैसे होटल और लॉज की नियमित जांच होगी, ताकि कोई अवांछनीय गतिविधि न हो सके. संदेहास्पद गतिविधियों की सूचना मिलने पर तत्काल छानबीन कर सख्त कार्रवाई की जाएगी.
पर्यवेक्षण और रिपोर्टिंग की सख्त व्यवस्था
सभी जोनल दंडाधिकारी अपने-अपने परीक्षा केंद्रों का नियमित निरीक्षण करेंगे और प्रत्येक भ्रमण के उपरांत अपनी रिपोर्ट जिला गोपनीय शाखा को सौंपेंगे. परीक्षा की निगरानी के लिए जिला समाहरणालय में नियंत्रण कक्ष भी स्थापित किया गया है, जहां से सभी परीक्षा केंद्रों की गतिविधियों पर नजर रखी जाएगी.
बक्सर जिला प्रशासन ने परीक्षा को निष्पक्ष और कदाचारमुक्त बनाने के लिए पूरी तरह कमर कस ली है. अब देखना यह होगा कि प्रशासन के ये कड़े कदम परीक्षा की शुचिता बनाए रखने में कितने प्रभावी साबित होते हैं.
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