वरिष्ठ अधिवक्ता लिपिक क्षितेश्वर प्रसाद का हार्ट अटैक से निधन ..

न्यायालय परिसर में उनके सम्मान में 2 मिनट का मौन रखा गया. श्रद्धांजलि सभा में बड़ी संख्या में अधिवक्ता व अधिवक्ता लिपिक उपस्थित रहे. सभी ने क्षितेश्वर प्रसाद के निधन को न्यायिक क्षेत्र की अपूरणीय क्षति बताया. 










                                           




  • 50 वर्षों से न्यायिक सेवा में थे सक्रिय, न्यायालय परिसर में शोक की लहर
  • अधिवक्ताओं ने मौन रखकर दी श्रद्धांजलि, न्यायिक जगत ने खोया समर्पित सहयोगी

बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर : व्यवहार न्यायालय में बीते लगभग 50 वर्षों से अधिवक्ता लिपिक के रूप में अपनी सेवाएं दे रहे क्षितेश्वर प्रसाद का सोमवार को निधन हो गया. 86 वर्षीय क्षितेश्वर प्रसाद बड़की नैनिजोर, थाना ब्रह्मपुर के निवासी थे और लंबे समय से वरिष्ठ अधिवक्ता स्वर्गीय प्रेमचंद उपाध्याय के साथ कार्यरत थे. उनका निधन 26 मई को सुबह 10:30 बजे हार्ट अटैक से हो गया. उनके निधन की खबर मिलते ही पूरे अधिवक्ता समुदाय में शोक की लहर दौड़ गई.

न्यायालय परिसर में उनके सम्मान में 2 मिनट का मौन रखा गया. श्रद्धांजलि सभा में बड़ी संख्या में अधिवक्ता व अधिवक्ता लिपिक उपस्थित रहे. सभी ने क्षितेश्वर प्रसाद के निधन को न्यायिक क्षेत्र की अपूरणीय क्षति बताया. वे न केवल एक कर्मठ अधिवक्ता लिपिक थे, बल्कि अपने मिलनसार स्वभाव और कार्यनिष्ठा के कारण सभी के प्रिय थे.

श्रद्धांजलि सभा का आयोजन अधिवक्ता संघ द्वारा न्यायालय परिसर में किया गया, जिसमें प्रमुख रूप से अधिवक्ता शशिकांत, उपाध्यक्ष विनोद मिश्रा, महेंद्र चौबे, रविंद्र मिश्रा, ज्ञानेंद्र कुमार द्विवेदी, अरविंद पांडे, दिनेश मिश्रा, दयासागर पांडेय, कर्मवीर भारती, वेद प्रकाश जयसवाल, अशोक श्रीवास्तव, रानी तिवारी, वसीम अकरम, राहुल उपाध्याय, निकिता कुमारी, बालाजी पाठक समेत कई अधिवक्ता उपस्थित रहे.

परिजनों के अनुसार, क्षितेश्वर प्रसाद अपने पीछे भरा-पूरा परिवार छोड़ गए हैं, जिसमें उनके पुत्र-पुत्रवधू, नाती-पोते सभी शामिल हैं. उनका जीवन न्यायालय परिसर से ही जुड़ा रहा और अंतिम समय तक वे सक्रिय रूप से कार्य करते रहे. उनकी ईमानदारी, अनुशासन और न्यायालय के प्रति समर्पण भाव आने वाले अधिवक्ता लिपिकों के लिए प्रेरणा स्वरूप रहेगा.

उनके निधन से न्यायालय परिसर में गहरा शोक व्याप्त है. अधिवक्ताओं ने ईश्वर से दिवंगत आत्मा की शांति और परिजनों को इस दुख को सहन करने की शक्ति प्रदान करने की प्रार्थना की है.










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