यह यात्रा न केवल श्रद्धालुओं की आस्था को जोड़ती है, बल्कि बक्सर की सांस्कृतिक विरासत को राष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाने का एक प्रयास भी है.
- अयोध्या से चली आस्था की यात्रा बक्सर बक्सर पहुंचेगी, रामरेखा घाट से विश्राम कुण्ड तक निकाली जाएगी शोभायात्रा
- लाइफ़ कोच वर्षा पाण्डेय के नेतृत्व में निकलेगी यात्रा, श्रीराम की स्मृतियों से जुड़े स्थलों को किया जाएगा नमन
बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर : मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम की पावन स्मृतियों से जुड़ी 'रघुभूमि से तपोभूमि तक' यात्रा का शुभारंभ शुक्रवार सुबह 9 बजे बक्सर के गोलंबर हनुमान मंदिर से हुआ. हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी इस धार्मिक-सांस्कृतिक यात्रा का आयोजन सामाजिक कार्यकर्ता एवं भाजपा नेत्री वर्षा पाण्डेय के नेतृत्व में किया गया है. यह यात्रा न केवल श्रद्धालुओं की आस्था को जोड़ती है, बल्कि बक्सर की सांस्कृतिक विरासत को राष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाने का एक प्रयास भी है.
यात्रा की शुरुआत गोलंबर हनुमान मंदिर से की जाएगी, जो बाइपास रोड होते हुए किला मैदान तक पहुँची. वहाँ से श्रद्धालु पैदल चलकर रामरेखा घाट पहुंचेगी और माँ गंगा की पूजा-अर्चना करने के बाद राम चबूतरा, चरित्रवन, संगमेश्वर नाथ (गंगा-ठोरा संगम), वामन अवतार स्थल से होते हुए यात्रा विश्राम कुण्ड (बसांव मठिया) तक जाएगी.
इस पावन अवसर पर विश्राम कुण्ड में पीठाधीश्वर श्री श्री 1008 अच्युत प्रपन्नाचार्य जी महाराज श्रद्धालुओं को आशीर्वचन प्रदान करेंगे.
सैकड़ों श्रद्धालुओं ने भक्ति भाव से इस यात्रा में भाग लेंगे. पूरे नगर में यात्रा के स्वागत हेतु धार्मिक झांकियां, पुष्पवर्षा और भजन संध्या की व्यवस्था रहेगी. वर्षा पाण्डेय ने कहा कि यह यात्रा श्रीराम की पगध्वनि वाले स्थलों को सम्मान देने और सनातन मूल्यों को पुनः जागृत करने का एक यज्ञ है.
इस ऐतिहासिक आयोजन में सभी धर्मप्रेमियों, सामाजिक कार्यकर्ताओं, पत्रकारों और रामभक्तों की सहभागिता से बक्सर की पहचान को एक नई ऊंचाई मिलेगी. यात्रा का उद्देश्य बक्सर को राम की कर्मभूमि के रूप में राष्ट्रीय मंच पर प्रतिष्ठित करना है.
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