मिली जानकारी के अनुसार जनवरी 2025 से मार्च 2025 के बीच जिन मामलों में अंतिम प्रपत्र (Final Report) या आरोप पत्र (Charge Sheet) दाखिल नहीं किए गए, उन मामलों की समीक्षा के बाद यह कार्रवाई की गई है. कई वादियों को समय पर न्याय नहीं मिल पाने की शिकायतें लगातार मिल रही थीं.

- जनवरी से मार्च तक के मामलों में लापरवाही बरतने वालों पर एसपी शुभम आर्य ने की बड़ी कार्रवाई
- आरोप पत्र दाखिल नहीं करने से वादियों को नहीं मिल पा रहा न्याय, तीन दिन में रिपोर्ट दाखिल करने का निर्देश
बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर : जिले में पुलिस महकमे में लापरवाही अब भारी पड़ रही है. कर्तव्य में ढिलाई बरतने और समय पर मामले का निष्पादन नहीं करने वाले 100 पुलिस पदाधिकारियों के खिलाफ एसपी शुभम आर्य ने बड़ी कार्रवाई की है. इस कार्रवाई के तहत औद्योगिक थानाध्यक्ष समेत सभी संबंधित पुलिस अधिकारियों का वेतन तत्काल प्रभाव से रोक दिया गया है. एसपी की इस सख्ती से विभाग में हड़कंप मच गया है.
पुलिस अधीक्षक कार्यालय से मिली जानकारी के अनुसार जनवरी 2025 से मार्च 2025 के बीच जिन मामलों में अंतिम प्रपत्र (Final Report) या आरोप पत्र (Charge Sheet) दाखिल नहीं किए गए, उन मामलों की समीक्षा के बाद यह कार्रवाई की गई है. कई वादियों को समय पर न्याय नहीं मिल पाने की शिकायतें लगातार मिल रही थीं. इस लापरवाही से न केवल न्याय प्रक्रिया बाधित हुई, बल्कि जिले की पुलिस छवि पर भी असर पड़ा है.
एसपी की इस कार्रवाई की जद में पुलिस निरीक्षक से लेकर विभिन्न थानों के कई अन्य पुलिस अधिकारी व कर्मी भी आए हैं. एसपी शुभम आर्य ने साफ शब्दों में कहा है कि सभी संबंधित पुलिस पदाधिकारी तीन दिनों के भीतर लंबित मामलों में आरोप पत्र दाखिल करें, अन्यथा और भी कड़ी अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी.
बक्सर पुलिस अधीक्षक की इस सख्त पहल को विभागीय सुधार की दिशा में बड़ा कदम माना जा रहा है. इससे पुलिसिंग में जवाबदेही बढ़ेगी और वादियों को समय पर न्याय मिल सकेगा.
0 Comments