सुबह हजारों श्रद्धालुओं ने गंगा में डुबकी लगाकर पुण्य अर्जित किया, वहीं शाम को घाट पर वैदिक मंत्रोच्चार और दीपों की रोशनी के बीच भव्य गंगा आरती का आयोजन हुआ. आस्था से ओत-प्रोत इस दृश्य ने उपस्थित जनसमुदाय को अध्यात्म से जोड़ दिया.
- लाखों श्रद्धालुओं ने गंगा में लगाई पुण्य डुबकी, बच्चों का कराया गया मुंडन संस्कार, मंदिरों में उमड़ी भीड़
- जिलाधिकारी विद्यानंद सिंह सहित गणमान्य लोगों ने की गंगा आरती, वैदिक मंत्रोच्चार के साथ संपन्न हुआ आयोजन
बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर : गुरुवार को गंगा दशहरा के पावन अवसर पर बक्सर के ऐतिहासिक रामरेखा घाट पर सुबह से लेकर शाम तक आस्था और श्रद्धा का महासंगम देखने को मिला. जहां सुबह हजारों श्रद्धालुओं ने गंगा में डुबकी लगाकर पुण्य अर्जित किया, वहीं शाम को घाट पर वैदिक मंत्रोच्चार और दीपों की रोशनी के बीच भव्य गंगा आरती का आयोजन हुआ. आस्था से ओत-प्रोत इस दृश्य ने उपस्थित जनसमुदाय को अध्यात्म से जोड़ दिया.
सुबह 8 बजे तक लगभग 50 हजार श्रद्धालु गंगा स्नान कर सूर्य को अर्घ्य अर्पित कर चुके थे. लोगों ने पुष्प, दीप और पूजा सामग्री के साथ मां गंगा की पूजा कर परिवार की सुख-समृद्धि की कामना की. दिनभर यह संख्या बढ़ती रही और अनुमान है कि शाम तक यह आंकड़ा एक लाख को पार कर गया. रामेश्वर नाथ मंदिर में भी पूजा-अर्चना के लिए भक्तों की कतारें लगी रहीं.
इस अवसर पर कई परिवार अपने बच्चों का चूड़ा मुंडन संस्कार कराने पहुंचे थे. पारंपरिक परिधानों में सजे बच्चों के साथ परिजनों ने विधि-विधान से स्नान, मुंडन और पूजा कराई. घाट पर मिठाई और पूजा सामग्री की दुकानें भी श्रद्धालुओं से गुलजार रहीं.
शाम होते ही रामरेखा घाट पर भव्य गंगा आरती का आयोजन हुआ. इस आरती में जिलाधिकारी विद्यानंद सिंह के साथ-साथ जिले के तमाम गणमान्यजन, सामाजिक कार्यकर्ता और बड़ी संख्या में आम लोग शामिल हुए. श्रद्धा और भक्ति के साथ मां गंगा की आरती की गई. इस मौके पर पुजारी अमरनाथ पांडे उर्फ लाला बाबा, धनन तिवारी और कपिल मुनि पांडेय ने वैदिक मंत्रोच्चार के साथ आरती संपन्न कराई.
कार्यक्रम की सफलता में रेड क्रॉस सचिव डॉ. श्रवण कुमार तिवारी, गंगा स्वच्छता अभियान से जुड़े तथा भाजपा युवा मोर्चा के जिलाध्यक्ष सौरभ कुमार तिवारी, सामाजिक कार्यकर्ता ओम जी और गंगा आरती सेवा ट्रस्ट से जुड़े सभी लोगों का अहम योगदान रहा.
प्रशासनिक तैयारियां भी चाक-चौबंद रहीं. ट्रैफिक, स्वच्छता और सुरक्षा की दृष्टि से जिला प्रशासन, नगर परिषद और पुलिस बल ने मिलकर पुख्ता इंतजाम किए थे. महिला पुलिस बल की तैनाती से महिलाओं को अतिरिक्त सुविधा मिली.
भीड़ में कुछ महिलाएं और बच्चे परिजनों से बिछड़ गए, जिन्हें खोया-पाया केंद्र की मदद से माइक घोषणाओं द्वारा मिलाया गया. गुम वस्तुएं जैसे पर्स और पायल भी लौटाई गईं.
गंगा दशहरा का यह पर्व न केवल धार्मिक बल्कि सामाजिक और प्रशासनिक समरसता का अद्भुत उदाहरण बन गया.
0 Comments