बताया कि घाट की सफाई के साथ-साथ चेंजिंग रूम, महिलाओं के लिए अलग स्नानघर, पीने के पानी की सुविधा, मेडिकल सहायता और सुरक्षा के लिए महिला एवं पुरुष पुलिस बल की तैनाती की योजना बनाई जा रही है. गंगा घाट की सीढ़ियों की मरम्मत, बाढ़ नियंत्रण की दृष्टि से आवश्यक बैरिकेडिंग, साथ ही पेयजल की उपलब्धता के लिए टैंकर और प्याऊ की व्यवस्था भी की जाएगी.
- श्रद्धालुओं की भीड़ को देखते हुए सफाई, लाइटिंग और सुरक्षा व्यवस्था दुरुस्त करने के निर्देश
- हर सोमवार को लाखों कांवरिए रामरेखा घाट से ब्रह्मेश्वर नाथ मंदिर तक करते हैं जल यात्रा
बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर : श्रावण मास की तैयारियों को लेकर नगर परिषद सक्रिय हो गया है. सोमवार से शुरू हो रहे सावन माह के पहले ही नगर परिषद अध्यक्ष कमरून निशा फरीदी ने रामरेखा घाट सहित शहर के प्रमुख शिवालयों का निरीक्षण कर व्यवस्थाओं की समीक्षा की. निरीक्षण के दौरान कार्यालय के पदाधिकारी और कर्मचारी भी मौजूद रहे.
मुख्य पार्षद कमरून निशा फरीदी ने रामरेखा घाट, रामेश्वर मंदिर, नाथ बाबा मंदिर और गौरी शंकर मंदिर का निरीक्षण किया और संबंधित अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए कि कांवरियों को जल लेने और पूजा अर्चना के दौरान किसी प्रकार की असुविधा न हो. उन्होंने साफ-सफाई, प्रकाश व्यवस्था, मार्गों की बैरिकेडिंग और अन्य सभी जरूरी तैयारियों को जल्द से जल्द पूरा करने का निर्देश दिया.
उन्होंने कहा कि श्रावण मास के दौरान रामरेखा घाट पर हर सोमवार लाखों की संख्या में श्रद्धालु आते हैं. यहां से उत्तरायणी गंगा का पवित्र जल लेकर विभिन्न शिवालयों में जलाभिषेक करने के लिए कांवर यात्रा शुरू करते हैं. विशेष रूप से ब्रह्मपुर स्थित बाबा ब्रह्मेश्वर नाथ मंदिर के लिए कांवरियों की सबसे अधिक भीड़ यहां से निकलती है. ऐसे में नगर परिषद की ओर से रविवार से ही घाटों और मंदिरों के आसपास विशेष तैयारियां की जा रही हैं.
उन्होंने बताया कि घाट की सफाई के साथ-साथ चेंजिंग रूम, महिलाओं के लिए अलग स्नानघर, पीने के पानी की सुविधा, मेडिकल सहायता और सुरक्षा के लिए महिला एवं पुरुष पुलिस बल की तैनाती की योजना बनाई जा रही है. गंगा घाट की सीढ़ियों की मरम्मत, बाढ़ नियंत्रण की दृष्टि से आवश्यक बैरिकेडिंग, साथ ही पेयजल की उपलब्धता के लिए टैंकर और प्याऊ की व्यवस्था भी की जाएगी.
इसके अतिरिक्त नगर परिषद की ओर से पूरे कांवर पथ को चिन्हित कर वहां विशेष सफाई अभियान चलाया जाएगा. सार्वजनिक शौचालयों की सफाई, कूड़ा उठाव और नालियों की सफाई का निर्देश भी अधिकारियों को दिया गया है. भीड़ को नियंत्रित करने के लिए नगर परिषद स्थानीय प्रशासन के साथ समन्वय बनाकर कार्य कर रहा है.
कमरून निशा फरीदी ने कहा कि श्रावण मास के दौरान बक्सर धार्मिक नगरी का स्वरूप ले लेता है. यहां न सिर्फ स्थानीय श्रद्धालु बल्कि उत्तर प्रदेश और झारखंड से भी श्रद्धालु पहुंचते हैं. ऐसे में नगर परिषद का यह दायित्व बनता है कि श्रद्धालुओं को हर स्तर पर सुविधा मिले. उन्होंने यह भी कहा कि प्रशासन की ओर से सीसीटीवी कैमरों से निगरानी, स्वास्थ्य शिविर और कंट्रोल रूम की स्थापना की भी योजना बनाई जा रही है.
नगर परिषद का यह प्रयास है कि इस बार श्रावण मास में आने वाले हर श्रद्धालु को स्वच्छ, सुरक्षित और श्रद्धापूर्ण वातावरण मिले ताकि बक्सर की धार्मिक छवि और अधिक उज्जवल हो सके.
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