बसंत ने बढ़ाया बक्सर का मान, यूजीसी नेट जेआरएफ परीक्षा में पाई सफलता

कहा कि वे मिडिल क्लास फैमिली से आते हैं. पढ़ाई के साथ-साथ घर चलाना और बच्चों को पढ़ाना आसान नहीं था, लेकिन माता-पिता के आशीर्वाद, गुरुजनों की सीख और दोस्तों के सपोर्ट से यह संभव हो पाया.










                                           



  • बलुआ गांव के बसंत को मिलेगी 50,000 रुपये प्रति माह की स्कॉलरशिप
  • बीएचयू से पढ़ाई कर बना प्रेरणा स्रोत, चला रहे हैं यूट्यूब चैनल 'द हिस्टोरिका'

बक्सर टॉप न्यूज, बक्सर : कमरपुर पंचायत के बलुआ गांव निवासी मनोज चौबे के पुत्र बसंत कुमार चौबे ने यूजीसी नेट जेआरएफ परीक्षा में सफलता प्राप्त कर जिले का नाम गौरवान्वित किया है. देशभर के लाखों स्टूडेंट्स के बीच हुए इस कठिन मुकाबले में मात्र 0.6 प्रतिशत यानी 1000 में से केवल 6 ही सफल हो पाते हैं. ऐसे में बसंत की यह उपलब्धि बेहद खास है.

यूजीसी नेट जेआरएफ परीक्षा पास करने वाले अभ्यर्थियों को रिसर्च के लिए यूजीसी द्वारा 50,000 रुपये प्रतिमाह की स्कॉलरशिप दी जाती है. बसंत की यह सफलता न सिर्फ उनके परिवार, बल्कि पूरे बक्सर जिले के लिए गर्व का विषय है.

बसंत की शुरुआती पढ़ाई दसवीं तक बक्सर के सेंट मेरिस हाई स्कूल से और बारहवीं एम.वी. कॉलेज, बक्सर से हुई. इसके बाद उन्होंने बीएचयू से ग्रेजुएशन और पोस्ट ग्रेजुएशन किया. पढ़ाई के साथ-साथ वे 'द हिस्टोरिका' नामक यूट्यूब चैनल भी चला रहे हैं, जिससे हजारों स्टूडेंट्स को गाइडेंस मिल रहा है और वे अपने मनपसंद यूनिवर्सिटी में एडमिशन पा रहे हैं.

अपनी सफलता के बारे में बताते हुए बसंत ने कहा कि वे मिडिल क्लास फैमिली से आते हैं. पढ़ाई के साथ-साथ घर चलाना और बच्चों को पढ़ाना आसान नहीं था, लेकिन माता-पिता के आशीर्वाद, गुरुजनों की सीख और दोस्तों के सपोर्ट से यह संभव हो पाया.

आगे की योजना के बारे में बसंत ने कहा कि वे किसी अच्छे संस्थान से रिसर्च करना चाहते हैं और आगे चलकर सिविल सर्विस में जाकर देश की सेवा करना चाहते हैं.











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