विश्वामित्र सेना की पंचकोसी यात्रा से गूंजा बक्सर, धार्मिक राजधानी बनाने का संकल्प ..

कहा कि बक्सर की धरती सदियों से ऋषि-मुनियों की तपोस्थली रही है और यहाँ के ऐतिहासिक व धार्मिक धरोहरों को जीवंत रखना हम सभी की जिम्मेदारी है. नारद आश्रम और भार्गव ऋषि आश्रम पर जुटे लोगों ने भी इस अभियान का समर्थन किया.
यात्रा में शामिल विश्वामित्र सेना के पदाधिकारी



                                         





  • नारद आश्रम और भार्गव ऋषि आश्रम पहुंचे सदस्य
  • जल्द होगी "सनातनी जागृति यात्रा" की शुरुआत

बक्सर टॉप न्यूज, बक्सर : "आसान होता तो कोई भी कर लेता, मुश्किल है तभी तो मैं कर रहा हूँ." इसी संदेश के साथ विश्वामित्र सेना द्वारा पंचकोसी यात्रा का आयोजन किया जा रहा है. यात्रा के द्वितीय एवं तृतीय पड़ाव क्रमशः नारद आश्रम नदांव और भार्गव ऋषि आश्रम भभुवर पर पहुंचकर सदस्यों ने धार्मिक स्थलों को पुनर्जीवित करने के लिए स्थानीय लोगों को जागरूक किया.

यात्रा के दौरान सेना के पदाधिकारियों ने कहा कि बक्सर की धरती सदियों से ऋषि-मुनियों की तपोस्थली रही है और यहाँ के ऐतिहासिक व धार्मिक धरोहरों को जीवंत रखना हम सभी की जिम्मेदारी है. नारद आश्रम और भार्गव ऋषि आश्रम पर जुटे लोगों ने भी इस अभियान का समर्थन किया.

विश्वामित्र सेना के राष्ट्रीय संयोजक राजकुमार चौबे ने घोषणा की है कि शीघ्र ही पंचकोसी यात्रा पूरी कर बक्सर को धार्मिक राजधानी घोषित करने हेतु "सनातनी जागृति यात्रा" की शुरुआत की जाएगी. सेना का कहना है कि यह यात्रा बक्सर को राष्ट्रीय स्तर पर एक धार्मिक और सांस्कृतिक पहचान दिलाने का काम करेगी.

इस अभियान में विश्वामित्र सेना के जिला संयोजक शशिकांत दुबे उर्फ मोहित बाबा (प्रखंड उप प्रमुख, चौसा) ने बताया कि सनातन संस्कृति की रक्षा और जागरण के लिए संघर्ष जारी रहेगा और अब अगली तैयारी बड़े स्तर पर की जा रही है. उन्होंने युवाओं से इस मिशन 2026 से जुड़ने की अपील भी की.

यात्रा के दौरान उपस्थित लोगों ने जय जनमानस के नारे लगाए और बक्सर को धार्मिक राजधानी बनाने के संकल्प को दोहराया.







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