कहना था कि हर छात्र को गुणवत्तापूर्ण और समान अवसरों वाली शिक्षा उपलब्ध कराना उनकी पहली प्राथमिकता होगी, चाहे वह किसी भी सामाजिक या आर्थिक पृष्ठभूमि से क्यों न आता हो.

- शिक्षा पर कोई समझौता नहीं होगा – नई समिति ने लिया संकल्प
- गुणवत्तापूर्ण और समान अवसर वाली शिक्षा पर रहेगा विशेष जोर
बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर : भारती शिक्षा समिति, बिहार द्वारा सरस्वती विद्या मंदिर, अहीरौली की नई प्रबन्धकारी समिति का गठन किया गया है. इस नई समिति में आनन्द मिश्र को अध्यक्ष नियुक्त किया गया है. समिति का कार्यकाल 05 सितम्बर 2025 से शुरू होकर 04 सितम्बर 2027 तक रहेगा.
अध्यक्ष पद संभालने के बाद आनन्द मिश्र ने विद्यालय परिवार और स्थानीय समाज के प्रति आभार जताते हुए स्पष्ट कहा कि शिक्षा के साथ कोई समझौता नहीं होगा. उन्होंने कहा कि शिक्षा ही वह आधार है, जो स्वयं को, समाज को, गाँव, शहर, ज़िला, राज्य और अंततः देश को विकसित भारत 2047 की ओर ले जाएगी. उनका कहना था कि हर छात्र को गुणवत्तापूर्ण और समान अवसरों वाली शिक्षा उपलब्ध कराना उनकी पहली प्राथमिकता होगी, चाहे वह किसी भी सामाजिक या आर्थिक पृष्ठभूमि से क्यों न आता हो.
उन्होंने आगे कहा कि विद्यालय में पढ़ाई के स्तर, संसाधनों के वितरण और अवसरों की समानता सुनिश्चित की जाएगी. साथ ही, चरित्र निर्माण, मूल्य आधारित शिक्षा और नेतृत्व क्षमता के विकास पर विशेष ध्यान दिया जाएगा.
भारती शिक्षा समिति, बिहार तथा नई गठित प्रबन्धकारी समिति का उद्देश्य है कि सरस्वती विद्या मंदिर को उत्कृष्ट शिक्षा का केन्द्र बनाया जाए और इसे बक्सर ज़िले का आदर्श शैक्षणिक संस्थान स्थापित किया जा सके.
आनंद मिश्रा के अध्यक्ष बनाए जाने पर विद्यालय के सचिव डॉ हनुमान प्रसाद अग्रवाल ने हर्ष व्यक्त करते हुए कहा है कि उत्कृष्ट लोगों के विद्यालय परिवार से जुड़ने के बाद शैक्षणिक गुणवत्ता में व्यापक सुधार होगा.
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