आनन्द मिश्र का स्पष्ट संदेश: व्यक्तिगत लाभ नहीं, संगठन और सेवा ही मेरा लक्ष्य ..

कहा, "हमने मंच से वही शपथ ली है, जो मैंने आइपीएस सेवा में तिरंगे के सामने ली थी—कि मैं समर्पण भाव से, एक कार्यकर्ता के रूप में काम करूँगा. मैं यहाँ किसी स्वार्थवश नहीं आया हूँ. यदि मुझे राष्ट्र और समाज के लिए योगदान देने का अवसर मिलता है, तो यही मेरे लिए पर्याप्त है. 





                                         






  • पूर्व आइपीएस और भाजपा नेता ने मंच से साझा किया समर्पण भाव, कहा—‘मैं लेने नहीं, देने आया हूँ’
  • बिहार की 243 सीटों पर भाजपा कार्यकर्ताओं के साथ चुनाव लड़ने का आश्वासन, युवाओं और नागरिकों ने किया स्वागत


बक्सर टॉप न्यूज़,
बक्सर  : पूर्व आइपीएस अधिकारी और भाजपा नेता आनन्द मिश्र ने आज सार्वजनिक संदेश जारी करते हुए स्पष्ट किया कि वे किसी भी व्यक्तिगत लाभ या पद की अपेक्षा से नहीं, बल्कि पूरी तरह से संगठन और समाज की सेवा के लिए काम करने आए हैं. उनका यह संदेश मंच से शपथ के रूप में दिया गया, जिसमें उन्होंने कहा कि उनका उद्देश्य केवल संगठन और जनता की भलाई है.

हाल ही में भाजपा में शामिल होने के दिन आनन्द मिश्र ने मंच से कहा था कि उनका सार्वजनिक जीवन में आना किसी पद या टिकट के लिए नहीं, बल्कि समाज और संगठन की सेवा के लिए है. उन्होंने कहा, "हमने मंच से वही शपथ ली है, जो मैंने आइपीएस सेवा में तिरंगे के सामने ली थी—कि मैं समर्पण भाव से, एक कार्यकर्ता के रूप में काम करूँगा. मैं यहाँ किसी स्वार्थवश नहीं आया हूँ. यदि मुझे राष्ट्र और समाज के लिए योगदान देने का अवसर मिलता है, तो यही मेरे लिए पर्याप्त है. मैं यहाँ लेने के लिए नहीं, बल्कि देने के लिए आया हूँ."

केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह की टिप्पणी पर प्रतिक्रिया देते हुए उन्होंने कहा कि उन्होंने पहले ही दिन यह साफ कर दिया था कि वे टिकट की अपेक्षा से नहीं आए हैं. उन्होंने आगे कहा कि उनका और पूरे संगठन का लक्ष्य भाजपा और एनडीए की जीत सुनिश्चित करना है.

चुनावी उम्मीदवारी के सवाल पर आनन्द मिश्र ने मुस्कुराते हुए कहा, “हाँ, ज़रूर लड़ेंगे. लेकिन अकेले मैं नहीं, हम सब लड़ेंगे. बिहार की 243 सीटों पर भाजपा के हर कार्यकर्ता चुनाव लड़ेगा. मैं अकेला नहीं, बल्कि पूरी भाजपा की टीम के साथ जनता का विश्वास जीतने के लिए आगे बढ़ूंगा—इस पार्टी, इस ध्वज और इस कमल के लिए.”

आनन्द मिश्र ने अपने जीवन मूल्यों और समाज सेवा के अनुभव साझा करते हुए कहा कि उनका उद्देश्य बिहार आकर भाजपा के लिए समर्पित भाव से कार्य करना है. उन्होंने कहा, "मेरा लक्ष्य केवल संगठन और समाज की सेवा करना है, न कि व्यक्तिगत लाभ. जब भाजपा मज़बूत होगी तभी बिहार मज़बूत होगा."

बक्सर और आस-पास के क्षेत्रों में उनके इन विचारों का व्यापक स्वागत हुआ. युवाओं और स्थानीय नागरिकों ने उनकी ईमानदारी और सेवा की भावना की सराहना करते हुए कहा कि उनके जैसे नेता संगठन को नई ऊर्जा देंगे और बिहार के विकास की राह को तेज़ करेंगे.







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