कहा कि सड़क दुर्घटना, हार्ट अटैक या अचानक बेहोशी जैसी स्थितियों में समय पर दिया गया सीपीआर किसी की जान बचा सकता है. इसी को ध्यान में रखते हुए यह अभियान स्कूलों, कॉलेजों और विभिन्न अस्पतालों में चलाया जा रहा है, ताकि आम नागरिक भी स्वयं सीपीआर देकर जरूरतमंद की मदद कर सकें.
- 26 दिसंबर को पीपीएच कैंपस के तहत तीसरी सीपीआर ट्रेनिंग का आयोजन
- रोटरी अध्यक्ष डॉ दिलशाद आलम बोले—आपात स्थिति में सीपीआर ज्ञान से बचाई जा सकती हैं जानें
बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर : जिले में स्वास्थ्य जागरूकता को बढ़ावा देने के उद्देश्य से रोटरी बक्सर द्वारा लगातार सीपीआर (कार्डियो पल्मोनरी रिससिटेशन) प्रशिक्षण अभियान चलाया जा रहा है. इसी क्रम में दिनांक 26 दिसंबर को साबित खिदमत अस्पताल परिसर में सीपीआर ट्रेनिंग शिविर का आयोजन किया जा रहा है. यह प्रशिक्षण रोटरी बक्सर के पीपीएच कैंपस कार्यक्रम के अंतर्गत आयोजित किया जा रहा है, जिसका उद्देश्य आपात स्थिति में अधिक से अधिक जानें बचाने के लिए आम लोगों को सीपीआर की जानकारी देना है.
रोटरी बक्सर के अध्यक्ष डॉ दिलशाद आलम ने बताया कि सीपीआर जैसी जीवन रक्षक तकनीक का ज्ञान सभी सिविल सोसाइटी से जुड़े लोगों को होना चाहिए. उन्होंने कहा कि सड़क दुर्घटना, हार्ट अटैक या अचानक बेहोशी जैसी स्थितियों में समय पर दिया गया सीपीआर किसी की जान बचा सकता है. इसी को ध्यान में रखते हुए यह अभियान स्कूलों, कॉलेजों और विभिन्न अस्पतालों में चलाया जा रहा है, ताकि आम नागरिक भी स्वयं सीपीआर देकर जरूरतमंद की मदद कर सकें.
यह प्रशिक्षण शिविर सुबह 11 बजे से दोपहर 2 बजे तक आयोजित किया जाएगा. रोटरी बक्सर ने जिलेवासियों से अपील की है कि वे इस कैंप में भाग लेकर इसे सफल और लाभकारी बनाएं, स्वयं सीखें और दूसरों को भी सिखाएं.
बताया गया कि यह जिले की तीसरी सीपीआर ट्रेनिंग है. इससे पहले नरेंद्र देव स्कूल में पहला और साबित खिदमत अस्पताल में दूसरा प्रशिक्षण शिविर आयोजित किया जा चुका है. आने वाले चरणों में इस अभियान को जिले के अन्य स्कूलों में भी विस्तार देने की योजना है, ताकि अधिक से अधिक लोग इस जीवन रक्षक तकनीक से परिचित हो सकें.





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