मरणोपरांत देह दान कर गए संघ प्रचारक राधामोहन सिंह ..

समाज एवं राष्ट्र सेवा के प्रति समर्पित उनकी सोच का परिणाम था कि उन्होंने जीवनकाल में ही देह दान की इच्छा व्यक्त की थी. परिजनों और समिति के सदस्यों ने उनकी अंतिम इच्छा का सम्मान करते हुए पूरे आदर के साथ देह दान का कार्य पूरा किया.

 





                                         





- आईजीआईएमएस में सम्पन्न हुआ कार्यक्रम
- डुमरांव गढ़ से जुड़े थे प्रेरणादायी व्यक्तित्व राधामोहन सिंह
- डिप्टी सीएम विजय सिन्हा सहित कई जनप्रतिनिधियों व समाजसेवियों की उपस्थिति

बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर/पटना : दधीचि देह दान समिति के तत्वाधान में रविवार को मरणोपरांत देह दान का प्रेरणादायी उदाहरण सामने आया, जब संघ के प्रचारक रहे दिवंगत राधामोहन सिंह ने अपने निधन के बाद भी मानव सेवा का रास्ता चुनते हुए समाज को एक अमूल्य संदेश दे गए. उनका पार्थिव शरीर चिकित्सा अनुसंधान एवं शिक्षा के लिए आईजीआईएमएस को समर्पित किया गया, जिससे भावी चिकित्सकों को प्रशिक्षण और शोध में लाभ मिलेगा.

राधामोहन सिंह डुमरांव गढ़ से जुड़े रहे और वर्षों तक संघ के प्रचारक के रूप में सक्रिय रहे. समाज एवं राष्ट्र सेवा के प्रति समर्पित उनकी सोच का परिणाम था कि उन्होंने जीवनकाल में ही देह दान की इच्छा व्यक्त की थी. परिजनों और समिति के सदस्यों ने उनकी अंतिम इच्छा का सम्मान करते हुए पूरे आदर के साथ देह दान का कार्य पूरा किया.

आईजीआईएमएस में आयोजित देह दान कार्यक्रम में डिप्टी सीएम विजय सिन्हा, दीघा विधायक संजीव चौरसिया, बीजेपी के हरेंद्र प्रताप सिंह, डुमरांव विधायक राहुल सिंह और सामाजिक कार्यकर्ता सह व्यवसायी अमित सिंह, जिला परिषद सदस्य अरविंद प्रताप शाही उर्फ बंटी शाही समेत कई सम्मानित लोग मौजूद रहे. उपस्थित सभी लोगों ने उन्हें श्रद्धांजलि देते हुए उनके निर्णय को समाज के लिए प्रेरक बताया.

कार्यक्रम के दौरान डुमरांव विधायक राहुल सिंह जी ने कहा— "राधामोहन सिंह जैसे व्यक्तित्व समाज की पहचान होते हैं. उन्होंने जीवनभर राष्ट्र और समाज के लिए कार्य किया और मृत्यु के बाद भी मानव सेवा की राह चुनकर हम सभी के लिए एक आदर्श स्थापित किया. देह दान का यह निर्णय आने वाली पीढ़ियों को निस्वार्थ सेवा का संदेश देता है."
विधायक ने आगे कहा कि ऐसे महान व्यक्तित्वों के संकल्प को समाज में व्यापक रूप से प्रसारित किया जाना चाहिए, ताकि अधिक से अधिक लोग देह दान के महत्व को समझ सकें.

वक्ताओं ने बताया कि देह दान मानव सेवा का सर्वोच्च स्वरूप है और राधामोहन सिंह का यह संकल्प चिकित्सकीय क्षेत्र को नई दिशा देने के साथ समाज में जागरूकता भी बढ़ाएगा. दधीचि देह दान समिति ने परिजनों को धन्यवाद देते हुए कहा कि यह कदम आने वाले वर्षों में अनगिनत चिकित्सा छात्रों और शोधकर्ताओं को लाभान्वित करेगा.









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