16 घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद ग्रामीणों ने कुएं से निकाली नीलगाय, मूक-दर्शक बने रहे वन कर्मी ..

नीलगाय के ऊपर आने के पश्चात ग्रामीणों ने किसी प्रकार उसे बाहर निकालने में सफलता प्राप्त कर ली. हालांकि, यह सब करते हुए रात के तकरीबन 8:00 बज गए. ऐसे में तकरीबन 16 घंटे बाद बेजुबान जानवर को अपना जीवन वापस मिल गया.
नीलगाय को बाहर निकालते ग्रामीण

- सिमरी थाना क्षेत्र के दुल्लहपुर पंचायत के खैरा पट्टी गांव में हुई है घटना
- वन विभाग ने खड़े किए हाथ तो ग्रामीणों ने निकाली गई तरकीब

बक्सर टॉप न्यूज, बक्सर: सिमरी थाना क्षेत्र के दुल्लहपुर पंचायत के खैरा पट्टी गांव में स्थित एक कुएं में एक नीलगाय गिर गई. घटना शुक्रवार की सुबह 4:00 बजे हुई. बाद में स्थानीय प्रशासन तथा वन कर्मियों को सूचना दिए जाने के बाद भी उनकी तरफ कोई प्रयास नहीं हो सका. सभी ने ग्रामीणों को नीलगाय को कुएं से निकालने का जिम्मा सौंप दिया. ग्रामीणों ने तकरीबन 17 घंटे तक काफी मशक्कत की जिसके बाद नीलगाय को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया.
इस प्रकार कुएं में फंसी थी नीलगाय

बताया जा रहा है कि गांव में एक जगह कुआं खुला हुआ है. संभवत: इसी कारण से नीलगाय  कुएं में गिर गई .नीलगाय के गिरने के बाद मौके पर स्थानीय ग्रामीणों का हुजूम इकट्ठा हो गया. सभी बेजुबान जानवर को सुरक्षित बाहर निकालने के लिए कई प्रकार के प्रयास करते रहे. स्थानीय चौकीदार आशुतोष कुमार पांडेय पंचायत समिति सदस्य मुलायम पांडेय व दीनदयाल पांडेय के द्वारा अंचलाधिकारी आमोद राज को घटना की सूचना दी गई. जिसके बाद उनकी सूचना पर वन रक्षी तथा वन विभाग की टीम मौके पर पहुंच गई लेकिन, उनके द्वारा खुद को असहाय बताया गया 
सुबह से ही अथक प्रयास करते रहे ग्रामीण

तरकीब लगा कर ग्रामीणों ने नीलगाय को निकाला बाहर:

ऐसे में ग्रामीणों के सामने अब कोई रास्ता नहीं था. उन्होंने स्वयं प्रयास शुरू किया तथा कुएं में पानी भरवाना शुरू किया. बताया जा रहा है कि आसपास के ग्रामीणों के घरों में समर्सिबल स्टार्ट कर उसे पानी कुएं में भरा जाने लगा. धीरे-धीरे कुएं का पानी ऊपर आने लगा और उसके साथ-साथ नीलगाय भी ऊपर आ गई. नीलगाय के ऊपर आने के पश्चात ग्रामीणों ने किसी प्रकार उसे बाहर निकालने में सफलता प्राप्त कर ली. हालांकि, यह सब करते हुए रात के तकरीबन 8:00 बज गए. ऐसे में तकरीबन 16 घंटे बाद बेजुबान जानवर को अपना जीवन वापस मिल गया.

खुद को असहाय बताता रहा था वन विभाग:

बताया जा रहा है कि वन विभाग के जो कर्मी मौके पर पहुंचे थे उनका कहना था कि स्थानीय लोग ही अपने प्रयास से नीलगाय को बाहर निकाले उनके पास नीलगाय को बाहर निकालने का कोई भी साधन मौजूद नहीं है. दूसरी तरफ इस संदर्भ में बात करने के लिए फॉरेस्ट रेंजर प्रेम कुमार के नंबर 9608284191 पर कई बार फोन लगाया गया लेकिन, कई बार फोन करने के बावजूद उन्होंने फोन नहीं उठाया. ऐसे में ग्रामीणों ने अपनी जान जोखिम में डालकर बेजुबान जानवर को कुएँ से से उसे निकालने का प्रयास किया जो अंततः सफल रहा.

- सुंदरलाल की रिपोर्ट











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