स्थानांतरण के बाद पुलिसकर्मियों में उपज रहा आक्रोश, प्रदेश महामंत्री को पत्र लिख पूछा- यह पुरस्कार है या सजा?

ऐच्छिक पदस्थापन के लिए सूची की मांग की गई थी. जिसके बाद विभिन्न जिलों में पदस्थापित पुलिसकर्मियों की सूची उपलब्ध कराई थी. इसके आलोक में उनका स्थानांतरण किया गया. लेकिन, शाहाबाद रेंज में ऐसा नहीं किया गया. ऐसे में पुलिसकर्मियों ने पुलिस मेंस एसोसिएशन के महामंत्री को पत्र लिखकर इस संदर्भ में उचित पहल करने की मांग की है.

- शाहाबाद रेंज के डी.आई.जी. के द्वारा 2174 पुलिसकर्मियों का किया गया है तबादला
- पुलिसकर्मियों ने कहा, कोरोना काल में ट्रांसफर-पोस्टिंग उचित नहीं


बक्सर टॉप न्यूज, बक्सर: शाहबाद क्षेत्र के पुलिस उपमहानिरीक्षक पी कन्नन के द्वारा शाहबाद के चार जिलों के 2174 पुलिसकर्मियों का स्थानांतरण एक जिले से दूसरे जिले में कर दिया है. स्थानांतरण के पश्चात पुलिसकर्मियों में खुशी के बजाय रोष देखा जा रहा है. जिसके बाद  जिला पुलिस एसोसिएशन के सदस्यों के द्वारा इस संदर्भ में पुलिस मेंस एसोसिएशन के प्रदेश महामंत्री को पत्र लिखकर उचित पहल करने की मांग की गई है.

पत्र में बताया गया है कि पूर्व में मुख्यालय के आदेशानुसार जो भी पुलिसकर्मी किसी एक जिले में 6 साल 10 साल अथवा 15 साल पूरा कर चुके हैं उन्हें उन्हें उनके पसंदीदा 5 जिलों में पोस्टिंग किए जाने का निर्देश संबंधित रेंज के डीआईजी को दिया गया था. जिसके बाद विभिन्न  क्षेत्रों के के डीआईजी के द्वारा पत्र लिखकर पुलिसकर्मियों से उनके ऐच्छिक पदस्थापन के लिए सूची की मांग की गई थी. जिसके बाद विभिन्न जिलों में पदस्थापित पुलिसकर्मियों की सूची उपलब्ध कराई थी. इसके आलोक में उनका स्थानांतरण किया गया. लेकिन, शाहाबाद रेंज में ऐसा नहीं किया गया. ऐसे में पुलिसकर्मियों ने पुलिस मेंस एसोसिएशन के महामंत्री को पत्र लिखकर इस संदर्भ में उचित पहल करने की मांग की है. बता दें कि बक्सर जिला से कुल 443 पुलिस कर्मियों का स्थानांतरण अन्यत्र किया गया है वही 409 पुलिसकर्मियों ने जिले में योगदान दिया है.

बक्सर जिला से विरमित किए जाने वाले एवं योगदान देने वाले पुलिसकर्मियों का विवरण

पुलिसकर्मियों ने कहा कोरोना कॉल में ट्रांसफर-पोस्टिंग करना उचित नहीं: 

पुलिसकर्मियों ने कहा है कि अभी कोरोना वायरस चरम पर है ऐसे में कहीं भी आना-जाना संक्रमण को बढ़ावा देना है. इस परिस्थिति में यह नहीं समझ में आ रहा कि, किसी भी पुलिसकर्मी का स्थानांतरण अन्यत्र किया जाना पुरस्कार है अथवा पुलिसकर्मियों को सज़ा? यह नहीं समझ में आ रहा. बक्सर पुलिस मेंस एसोसिएशन के कोषाध्यक्ष शशि भूषण बताते हैं जब भी किसी पुलिसकर्मी का स्थानांतरण एक स्थान से दूसरे स्थान पर किया जाता है तो उसके बच्चों की पढ़ाई-लिखाई से लेकर कई प्रकार की समस्याएं उसके सामने आती हैं. दूसरी तरफ मुख्यालय द्वारा यह कहा गया था कि ऐसे पुलिसकर्मी जिन्होंने किसी एक जिले में 6 वर्ष से ज्यादा समय बिता लिया है उन्हें उनकी स्वेच्छा के अनुसार स्थानांतरित किया जाना था. लेकिन, शाहाबाद डीआईजी स्तर से पुलिस कर्मियों का स्थानांतरण बिना उनकी इच्छा जाने किया जा रहा है. ऐसे में किसी दूसरे जिले में जाने के बाद पूरा 6 साल बिताने के बाद ही फिर उन्हें इस तरह का मौका मिल सकेगा. कोषाध्यक्ष ने उम्मीद जताई कि प्रदेश महामंत्री का स्तर से इस संदर्भ में कोई उचित निर्णय लिया जाएगा.

कहते हैं डी.आई.जी.:

इस संदर्भ में कोई भी आवेदन प्राप्त होता है तो उस पर पुनर्विचार किया जाएगा।

पी कन्नन,
डी.आई.जी. शाहाबाद रेंज











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