लोगों ने यह सवाल उठाया कि जब शादी विवाह में 25 लोगों की लिमिट रखी गई है तो फिर ऐसे आयोजनों पर इस तरह की छूट क्यों मिल रही है क्या प्रशासन संक्रमण के विस्तार के लिए तैयार हो गया है और यदि ऐसा नहीं तो फिर इन लोगों पर कोई कार्यवाही क्यों नहीं हो रही?
- मुंडन संस्कार के लिए दूरदराज से पहुंची है महिलाएं व पुरुष
- नाव की भी हो रही है सवारी, गंगा पार जाने वाले लोगों की भी संख्या अच्छी खासी
बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर: कोरोना संक्रमण काल के दौरान नगर में मुंडन संस्कार कराने के लिए पहुंचने वाले लोगों की अत्याधिक भीड़ देखी जा रही है. ट्रैक्टर की ट्रॉली में फिजिकल डिस्टेंसिंग के नियमों का उल्लंघन करते हुए सवार महिलाएं ढोलक-झाल बजाते हुए रामरेखा घाट की तरफ पहुंच रही हैं. ना उन्होंने मास्क लगाया है ना फिजिकल डिस्टेंसिंग आदि का ख्याल रखा है. लोग आम दिनों की तरह है नाव पर सवार होकर गंगा पार जा रहे है. हालात यह है कि रामरेखा घाट पर भी संक्रमण के प्रसार के लिए बेहतर माहौल बना दिया गया है.
स्थानीय निवासी बताते हैं कि अब संक्रमण को लेकर लोगों में कोई विशेष भय नहीं है जिसके कारण लोग अब सभी सुरक्षात्मक उपायों को तज कर आराम से अपने सारे दैनिक कार्य निपटा रहे हैं. लोगों ने यह सवाल उठाया कि जब शादी विवाह में 25 लोगों की लिमिट रखी गई है तो फिर ऐसे आयोजनों पर इस तरह की छूट क्यों मिल रही है क्या प्रशासन संक्रमण के विस्तार के लिए तैयार हो गया है और यदि ऐसा नहीं तो फिर इन लोगों पर कोई कार्यवाही क्यों नहीं हो रही?
बक्सर में प्रवेश से पूर्व ही लोगों को रोक रहा प्रशाशन:
इस संदर्भ में पूछे जाने पर अनुमंडल पदाधिकारी ने कहा कि नगर में प्रवेश से पहले ही चौसा-बक्सर रोड में दानी कुटिया के पास लोगों को रोककर उन्हें लौटाया जा रहा है. उधर, दलसागर के पास भी लोगों को रोककर वापस किया जा रहा है. हालांकि जो लोग रात को ही नगर में प्रवेश कर गए हैं वही भीड़ लगाए हुए हैं उस वीर को भी तितर-बितर कर जल्द से जल्द घर भेजने की तैयारी की जा रही है. अनुमंडल पदाधिकारी ने कहा कि कोरोना वायरस का खतरा अभी टला नहीं है ऐसे में लोग इतने लापरवाह हो यह उचित नहीं.
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