वीडियो: बक्सर टॉप न्यूज़ ने छह माह पहले ही भांप ली थी राधाचरण सेठ की नीयत, मौका देखते ही हुए फुर्र ..

कहा कि राधाचरण सेठ शराब तथा बालू के गैरकानूनी धंधे में संलिप्त हो चुके हैं. ऐसे में उन्हें संरक्षण हेतु एक मजबूत पार्टी की दरकार थी. इसी लिहाज से उन्होंने जदयू का दामन थाम लिया. उन्होंने कहा कि राधाचरण सेठ के साथ जिन लोगों ने  जदयू का दामन थामा है ऐसे लोगों में कोई नैतिकता नहीं है. 
बक्सर टॉप न्यूज़ से बातचीत करने के दौरान राधाचरण सेठ की फाइल फोटो

- कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ने कहा तस्करी के कारोबार को बचाने के लिए बदला है दल
- कहां नैतिकता बची हो तो इस्तीफा देकर ज्वाइन करें दूसरी पार्टी

बक्सर टॉप न्यूज, बक्सर: एमएलसी राधाचरण सेठ ने आखिरकार राष्ट्रीय जनता दल को बाय-बाय कहते हुए जदयू का दामन थाम लिया. हालांकि, यह कोई आश्चर्यजनक बात नहीं है. उन्होंने तकरीबन 6 माह पूर्व बक्सर के किला मैदान में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान यह बात बक्सर टॉप न्यूज़ के संवाददाता के सामने स्वीकार की थी. लेकिन, जब यह खबर चलाई गई तो वह असहज हो गए तथा उन्होंने बाजाप्ता स्पष्टीकरण दे दिया था. उन्होंने कहा कि बक्सर टॉप न्यूज़ के द्वारा गलत खबर चलाई गई है. 

उस वक्त कुछ ऐसे दी थी राधा चरण सेठ ने सफाई


हालांकि, अपनी महत्वाकांक्षा को वह ज्यादा दिन छिपाकर नहीं रख सके और आखिरकार, उन्होंने राष्ट्रीय जनता दल के एहसानों को दरकिनार करते हुए जनता दल यूनाइटेड का दामन थाम लिया. 
बक्सर में क्रिकेट मैच के उद्घाटन के दौरान शॉट लगाते राधाचरण सेठ

राधाचरण सेठ के जदयू में चले जाने के बाद बक्सर के वरिष्ठ कांग्रेसी नेता कुँवर कमलेश कुमार सिंह ने बेहद तल्ख टिप्पणी करते हुए कहा कि राधाचरण सेठ शराब तथा बालू के गैरकानूनी धंधे में संलिप्त हो चुके हैं. ऐसे में उन्हें संरक्षण हेतु एक मजबूत पार्टी की दरकार थी. इसी लिहाज से उन्होंने जदयू का दामन थाम लिया. उन्होंने कहा कि राधाचरण सेठ के साथ जिन लोगों ने  जदयू का दामन थामा है ऐसे लोगों में कोई नैतिकता नहीं है. अगर उनमें जरा सी भी नैतिकता है तो वह एमएलसी पद से इस्तीफा देकर जदयू में जाए. लेकिन, उनकी ऐसा करने की हैसियत नहीं है. 

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कमलेश कुमार सिंह
उधर कांग्रेस प्रदेश प्रचार अभियान समिति के सदस्य डॉ. उमा शंकर पांडेय ने कहा है कि राधाचरण से सदैव से बालू तथा शराब तस्करी का कार्य करते रहें. पिछली बार हुलास पांडे से केवल 14 या 15 सौ वोटों से जीते थे. ऐसे में इस बार उन्हें लग रहा होगा कि वह जदयू के साथ रहेंगे तो उनका पद बरकरार रहेगा और वह अपने अवैध कारोबार अनवरत जारी रखेंगे. हालांकि, ऐसे लोग किसी भी पार्टी अथवा दल के नहीं हो सकते वे केवल स्वार्थ सिद्धि के लिए किसी से भी जुड़ते हैं. वहीं उन्होंने यह भी कहा की जदयू के द्वारा भी इस समूचे घटनाक्रम में भारी खरीद-फरोख्त की गई है.
डॉ उमा शंकर पांडेय
वीडियो में सुन लीजिए राधाचरण सेठ ने क्या कहा था:












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