बताया जा रहा है कि वायरिंग, फायर फाइटिंग तथा फर्नीचर के अतिरिक्त कैंपस के डेवलपमेंट का कार्य भी अभी प्रगति पर है. बचे हुए कार्यों को पूरा कराए जाने के लिए नया एस्टीमेट बनाकर मुख्यालय को भेजा गया है. जैसे ही वह भवन निर्माण विभाग को प्राप्त होगा टेंडर आदि की प्रक्रिया पूरी कर उसे जल्द से जल्द निपटाया जाएगा.
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परिवहन कार्यालय का नवनिर्मित भवन |
- वायरिंग तथा फर्नीचर लगाना बाकी, 95 फीसद काम होने के बावजूद नहीं सौंपा जा सका भवन
- 1 करोड़ 24 लाख रुपये की लागत से बना भवन टेंडर स्टीमेट में नहींंं जोड़ी गई थी वायरिंग तथा फर्नीचर की राशि
बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर: परिवहन विभाग के नवनिर्मित भवन को निर्माण हो जाने के बावजूद अभी तक विभाग को हस्तगत नहीं किया जा सका है. बताया जा रहा है कि 95 फीसद से ज्यादा कार्य हो जाने के बावजूद वायरिंग, फायर फाइटिंग तथा फर्नीचर आदि का कार्य अभी पूरा नहीं हो सका है. जिसके चलते परिवहन कार्यालय अपने पुराने जर्जर भवन में चलाया जा रहा है. इस संदर्भ में परिवहन विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक तकरीबन 1 करोड़ 24 लाख रुपये की लागत से बनाए गए इस भवन में टेंडर के दौरान ही स्टीमेट में वायरिंग तथा फर्नीचर की राशि को नहीं जोड़ा गया था. हालांकि, स्वीकृति हो जाने पर मेसर्स संजीव ब्रदर्स नामक एजेंसी ने कार्य शुरू करा दिया तथा भवन का निर्माण भी ससमय पूरा कर लिया गया लेकिन, अब वायरिंग तथा फर्नीचर नहीं होने के कारण भवन को हस्तगत नहीं किया जा रहा.
बताया जा रहा है कि वायरिंग, फायर फाइटिंग तथा फर्नीचर के अतिरिक्त कैंपस के डेवलपमेंट का कार्य भी अभी प्रगति पर है. बचे हुए कार्यों को पूरा कराए जाने के लिए नया एस्टीमेट बनाकर मुख्यालय को भेजा गया है. जैसे ही वह भवन निर्माण विभाग को प्राप्त होगा टेंडर आदि की प्रक्रिया पूरी कर उसे जल्द से जल्द निपटाया जाएगा.
सर्व सुविधा सम्पन्न होगा भवन:
बताया जा रहा है कि 1 करोड़ 24 लाख रुपये की लागत से बन रहे इस 3 मंजिले भवन में गार्ड बैरक, पार्किंग तथा रिकॉर्ड रूम समेत परिवहन विभाग से जुड़े अधिकारियों तथा कर्मियों के कार्यालय के लिए लिए अलग-अलग कमरे बनाए जाएंगे. साथ ही बेसमेंट में इतनी जगह होगी जहां गाड़ियों की पार्किंग आराम से हो सके. नए भवन में ज्यादा जगह के साथ साथ जब्त वाहनों को रखे जाने के लिए भी पर्याप्त व्यवस्था मौजूद है. साथ ही सुरक्षा कर्मियों के रहने के लिए भी बैरक बनाए जा रहे हैं. यही नहीं विभाग के इस भवन में डायनिंग हॉल तथा किचेन भी बनाया जा रहा है जिससे सभी को एक छत के नीचे सारी सुविधाएं मिल सके.
पिछले वर्ष ही हस्तगत किया जाना था भवन:
बताया जा रहा है कि यह भवन पिछले ही वर्ष विभाग को हस्तगत किया जाना था. निर्माण कार्य 1 दिसंबर 2018 को शुरू हुआ था तथा इसे 31 अगस्त 2019 तक पूरा कर लिया जाना था. लेकिन अब तक यह कार्य पूरा नहीं किया जा सका है. ऐसे में यह भवन अभी तक परिवहन विभाग को हस्तगत नहीं किया सका. हालांकि, विभागीय अधिकारियों के प्रयासों को देखते हुए यह माना जा रहा है कि कार्य जल्द ही पूरा कर लिया जाएगा.
छोटे से भवन में कार्यालय चलाने में होती थी परेशानी:
जिला मुख्यालय के समाहरणालय भवन के पीछे परिवहन कार्यालय अपने छोटे से भवन में चलता है. इस भवन में जगह की कमी के कारण दस्तावेजों की सुरक्षा के साथ साथ कर्मियों को भी कई मुश्किलें आती थी. इसी कारण से काफी समय से परिवहन कार्यालय को अन्यत्र स्थानांतरित किए जाने की जरूरत महसूस की जा रही थी.
भूमि अधिग्रहण के दौरान हुआ था विवाद:
विभाग द्वारा चयनित भूमि के अधिग्रहण के दौरान यहां भारी विवाद हुआ था. दरअसल, जो लोग यहां बहुत दिनों से रह रहे थे वह जमीन छोड़ने को तैयार नहीं थे. बाद में प्रशासनिक दबाव के कारण उन्हें यह जमीन खाली करनी पड़ी. तत्पश्चात निर्माण आरंभ किया गया.
कहते हैं अधिकारी:
भवन के निर्माण का कार्य पूरा हो चुका है. वायरिंग, फायर फाइटिंग तथा फर्नीचर आदि के कार्य को पूरा करने के लिए निविदा निकाली जाएगी. निविदा की प्रक्रिया पूरी होने के बाद जल्द ही कार्य को पूरा करा कर भवन को हस्तगत कर दिया जाएगा.
राम एकबाल साह
कार्यपालक अभियंता
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