तड़पते देश को चुनावी रैली की नहीं भूख से निपटने एवं रोजगार की आवश्यकता है: डॉ सत्येंद्र ओझा

कहा कि जहां देश में करोड़ों लोगों के रोजगार पर आफत आई है उन्हे नौकरी से निकाला जा रहा है लोग भूख से मर रहे हैं. चलती हुई ट्रेन जिसको कांग्रेस पार्टी ने विगत 70 सालों में पटरी पर दौड़ा कर दिया था उसका तत्कालीन सरकार ने मार्ग भटका दिया है. 

- भाजपा की वर्चुअल रैली के विरोध में उड़ाए गए काले गुब्बारें
- नेताओं ने कहा, वर्तमान सरकार ने पटरी पर चल रही देश की ट्रेन को भटकाया मार्ग

बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर: पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत कांग्रेस युवा कमेटी बक्सर के तत्वधान में बक्सर जिला में बीजेपी की चुनावी रैली के विरोध में काले गुब्बारे, काला बिल्ला एवं नारों के साथ थाली, लोटा बजा कर विरोध प्रदर्शन किया गया. इस दौरान नेताओं ने यह कहा कि बीजेपी को देश की इस मार्मिक अवस्था में गरीबों के लिए कार्य योजना तैयार करनी चाहिए लेकिन चुनावी रैली को संबोधित किया गया.

कार्यक्रम का आयोजन स्थानीय सिंडिकेट पर किया गया जिसकी अध्यक्षता कांग्रेस पार्टी के युवा कांग्रेसी व वरिष्ठ नेता अजय कुमार ओझा ने की. मौके पर सैकड़ों नौजवानों ने युवा कांग्रेस के तत्वधान में अपना विरोध जताया. बाद में एक आम सभा का आयोजन किया गया जिसकी अध्यक्षता डॉ सत्येंद्र कुमार ओझा ने की. सभा को संबोधित करते हुए बिहार प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सदस्य डॉ ओझा ने कहा कि जहां देश में करोड़ों लोगों के रोजगार पर आफत आई है उन्हे नौकरी से निकाला जा रहा है लोग भूख से मर रहे हैं. चलती हुई ट्रेन जिसको कांग्रेस पार्टी ने विगत 70 सालों में पटरी पर दौड़ा कर दिया था उसका तत्कालीन सरकार ने मार्ग भटका दिया है. मजदूरों को दर-दर भटकने के लिए हजारों किलोमीटर पैदल चलकर अपने घर पहुंचने के लिए मजबूर किया. बिना रुके चलने वाले परिवारों को आज अपनी नौकरी गंवानी पड़ी. नौजवान रोजगार की तलाश में भटकने को विवश हैं वहीं, भारत की एक ऐसी भी पार्टी है जिसे बीजेपी कहते हैं वह अपनी चुनावी रैली कर रही है ताकि फिर से लाखों-करोड़ों जनता को समूचे देश को किसी बड़े मुसीबत में डाल सके. जहां एक तरफ कोरोना का कहर दिन प्रतिदिन बढ़ते जा रहा है वहीं, दूसरी तरफ ये पार्टियां उनके निष्पादन की बजाए अपनी रैलियों में मशगूल है. इन्हें जनता से कोई हमदर्दी नहीं है. ना ही इन्हें देश के प्रति कोई प्रेम आज पूरे देश में आम लोगों पर प्रहार हो रहा है. इसके विरोध में  कांग्रेस कमेटी इस चुनावी रैली का प्रतिकार करती है और युद्ध स्तर पर आम लोगों से इस धोखे से बचने की अपील करती है. साथ ही यह भी अपील करती है कि जिनके परिजनों को सरकारों ने दर-दर भटकने के लिए मजबूर किया है. वह इन्हें मुंहतोड़ जवाब दे. 

डॉ. ओझा ने यह भी कहा कि हम  घर- घर जाकर लोगों से अपील करेंगे कि "जुमले में ना आएंगे अपनी सरकार बनाएंगे." इस नारे के साथ हम लोगों को सम्मानजनक जीवन को पुनः वापस लौटाने का आश्वासन देते हैं. मौके पर उपस्थित मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी बक्सर के पूर्व जिला सचिव व भारत की जनवादी नौजवान सभा के जिला अध्यक्ष राजेश कुमार शर्मा ने कहा कि विगत दिनों कोरोना के नाम पर सरकारों ने खूनी खेल खेला है और अब भी यह खेल जारी है. आज जहां में देशवासियों पर आई आफत में उनके साथ उनके दर्द में शामिल होने का वक्त है वहीं, दूसरी ओर बीजेपी को चुनावी रैली सूझ रही है. उन्होंने कहा कि धिक्कार है इस रैली पर. ऐसी चुनावी सोच पर जिसमें जनता के हित में ना सोच कर केवल अपने हित में सोचा जाए हम इस रैली का पुरजोर विरोध एवं प्रतिकार करते हैं एवं समूचे देश में धिक्कार दिवस मनाते हैं. 


मौके पर छात्र नेता राजेश शर्मा ने भी कहा कि जिसे इस बात की समझ है कि बीजेपी छलावा कर रही है. वह इस बात की बिल्कुल पड़ताल करें  कि जुमलेबाजों के वायदे अब तक कितने हद तक जमीन पर उतर सके हैं. यह रैली नहीं ठगने की व्यवस्था है जिसका आप सभी प्रतिकार करें. जनता से अपील करते हुए यह भी कहना है कि वह सच और झूठ में अंतर को पहचाने और फिर से बड़े स्तर पर कोई राजनीतिक व्यक्ति संगठन पार्टी को खूनी खेल खेलने का अवसर ना दें. अपनी सरकार बनाएं जनता की सरकार बनाएं इसी में देश का भला है. 

मौके पर मंच संचालन का कार्य सीपीएम नेता धीरेंद्र कुमार चौधरी ने किया. मौके पर एसएफआई के जिला उपाध्यक्ष प्रतीक आनंद, रमेश राम, शिव प्रकाश यादव, दिनेश राम, लालू यादव, संजय यादव, लक्ष्मीकांत, राहुल ओझा, आदित्य कुमार, रोहित कुमार, रितिक कुमार, ऋषभ कुमार, संतोष कुमार शर्मा सहित सैकड़ों लोग उपस्थित रहे.












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