संक्रमण रोधी नियमों के साथ खुले शॉपिंग मॉल्स, देवालयों में की गई विश्व कल्याण की कामना ..

लॉक डाउन के पूर्व अथवा होने के बाद कई कारीगर अपने घरों को जा चुके हैं. जो कि अभी तक लौटकर नहीं आए हैं. अनलॉक 1.0 में छूट मिलने के पश्चात उम्मीद जताई जा रही है कि एक-दो दिन में कारीगर काम पर लौट आएंगे, जिसके बाद रेस्टोरेंटों का संचालन पूर्व की भांति होने लगेगा.

- कारीगरों की अनुपलब्धता के कारण सोमवार को नहीं खुल सके रेस्टोरेंट
- मंदिरों में रही अपेक्षाकृत कम भीड़, लोगों ने की विश्व शांति की कामना

बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर: कोरोना संक्रमण के अंतर्गत हुए लॉक डाउन के बाद अब अनलॉक 1.0 के अंतर्गत धार्मिक स्थलों, मंदिरों एवं रेस्टोरेंट को सोमवार से खोले जाने का निर्देश जिला पदाधिकारी के द्वारा दिया गया था, जिसके आलोक में सोमवार को मंदिर एवं शॉपिंग मॉल्स खुले. शॉपिंग मॉल्स में जहां लोग केवल जरूरी सामानों की खरीदारी करने पहुंचे थे वहीं, मंदिरों में पूर्व की अपेक्षा जहां श्रद्धालुओं की भीड़ काफी कम देखने को मिली. इसके साथ ही बक्सर में कई बड़े रेस्टोरेंट संचालकों ने सोमवार से रेस्टोरेंट नहीं खोला. असल में बताया जा रहा है कि कारीगरों की अनुपलब्धता के कारण रेस्टोरेंट संचालकों के द्वारा इस तरह का निर्णय लिया गया. लॉक डाउन के पूर्व अथवा होने के बाद कई कारीगर अपने घरों को जा चुके हैं. जो कि अभी तक लौटकर नहीं आए हैं. अनलॉक 1.0 में छूट मिलने के पश्चात उम्मीद जताई जा रही है कि एक-दो दिन में कारीगर काम पर लौट आएंगे, जिसके बाद रेस्टोरेंटों का संचालन पूर्व की भांति होने लगेगा.

उधर, रेस्टोरेंट शॉपिंग मॉल्स तथा होटलों के संचालन के संदर्भ में जिला पदाधिकारी के स्तर से जो निर्देश जारी किए गए हैं उसमें बताया गया है कि शॉपिंग मॉल्स में जहां वृद्ध एवं गर्भवती महिलाओं तथा बच्चों का प्रवेश निषिद्ध रहेगा वहीं, दूसरी तरफ जो भी व्यक्ति शॉपिंग मॉल में आते हैं, इंफ्रारेड थर्मामीटर से उनका तापमान मापने के बाद ही उन्हें प्रवेश दिया जाएगा. साथ ही हर आधे घंटे पर कर्मी अपना हाथ सैनिटाइज करते रहेंगे. वहीं, दूसरी तरफ बिना मास्क पहने किसी भी व्यक्ति को शॉपिंग मॉल्स में प्रवेश नहीं दिया जाएगा. बाहर ही हाथ धोने के इंतजाम किए जाएंगे. साथ ही कर्मी भी शॉपिंग मॉल के अंदर भी मास्क लगाए रहेंगे. यही नियम रेस्टोरेंट संचालन के लिए भी लागू होगा. होटल आदि में पहुंचने वाले अतिथियों तथा कर्मियों दोनों को काफी एहतियात बरतने के निर्देश दिए गए हैं. प्रवेश से पूर्व जहां अनिवार्य रूप से सभी के हाथ सैनिटाइज कराने हैं वहीं, दूसरी तरफ होटल में अतिथि गृह प्रवेश के पूर्व कमरों का सैनिटाइजेशन एवं जाने के बाद भी सैनिटाइजेशन अनिवार्य रूप से कराया जाना होगा. जो दस्ताने अथवा फेस मास्क आदि प्रयोग किए जाएंगे उनका बेहतर ढंग से निस्तारण भी आवश्यक होगा.

कई दिनों बाद खुले मंदिर, नियमों में बंधे लोगों ने की विश्व कल्याण की कामना: 

मंदिरों के खोले जाने के बाद जो भी श्रद्धालु पहुंचे उन्होंने संक्रमण रोधी सभी नियमों का पालन किया. श्रद्धालु जहां मास्क अथवा गमछा लेकर पहुंचे थे वहीं, दूसरी तरफ मंदिर की प्रतिमाओं को छूने से भी उन्होंने परहेज किया. सभी भगवान के समक्ष हाथ जोड़कर विश्व के कल्याण की कामना की. रामेश्वर नाथ मंदिर, नाथ बाबा मंदिर समेत डुमरांव के भी अनेक मंदिरों में श्रद्धालुओं की भीड़ अन्य दिनों की अपेक्षा काफी कम देखी गई. इसके पूर्व रामेश्वर नाथ मंदिर पूजा समिति ट्रस्ट ने सचिव रामस्वरूप अग्रवाल के अध्यक्षता में एक बैठक कर पुजारियों तथा श्रद्धालुओं के मंदिर में प्रवेश को लेकर नियमों का अनुपालन किए जाने की चर्चा की. उन्होंने कहा कि मंदिर में  आने से पूर्व हाथ को अच्छी तरह सैनिटाइज करना होगा  मंदिर में पूजा पाठ के दौरान निर्धारित दूरी बनाए रखने तथा मंदिर की प्रतिमाओं को स्पर्श नहीं किए जाने की हिदायत भी दी गई है. मंदिर में 65 वर्ष से ज्यादा उम्र के लोग तथा 10 वर्ष से कम उम्र के बच्चों के प्रवेश को निषिद्ध किया गया है. मंदिर परिसर में प्रवेश द्वार से लेकर परिसर में भी जगह-जगह फेस मास्क पहनने की हिदायत चस्पाई गई थी.













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