फोर-टी के आधार पर कार्ययोजना तैयार कर कोरोना पर वार करे प्रशासन: तथागत हर्षवर्धन

कहा कि संक्रमण के मामले में स्वास्थ्य विभाग शुतुरमुर्ग की तरह अपना मुंह रेत में छिपाकर तूफान के गुजर जाने का इंतजार कर रहा है. जो कि एक अत्यंत घातक नीति है. 

-  प्रेस वार्ता में कांग्रेस जिलाध्यक्ष ने सरकार व प्रशासन की नीतियों पर उठाएं सवाल
- कहा, सरकार के नीतिगत फैसलों की कमी का भुगतना पड़ रहा खामियाज़ा 

बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर: "बिहार सरकार तथा जिला प्रशासन को यह चाहिए कि वह कोरोना संक्रमण के श्रृंखला को तोड़ने के लिए फोर-टी यानी कि ट्रैकिंग, टेस्टिंग, ट्रीटमेंट एवं ट्रेसिंग के आधार पर कार्य योजना तैयार करे. इस प्रकार कोरोना वायरस संक्रमण पर विजय पायी जा सकती है. यह कहना है कांग्रेस जिलाध्यक्ष तथागत हर्षवर्धन का. 

शुक्रवार को आयोजित प्रेस वार्ता में उन्होंने कहा कि कोरोना काल भारत की आम जनता के लिए एक बुरा दौर है. इस विश्वव्यापी महामारी से ऐसे तो पूरा विश्व ग्रसित है लेकिन, केंद्र सरकार की नीतिगत फैसलों में कमी और इस महामारी के दौरान केंद्र और बिहार सरकार का असंवेदनशील रवैया बिहार में कोरोना महामारी को विकराल रूप में पहुंचाने का कारण है. उन्होंने कहा कि बिहार में स्वास्थ्य व्यवस्था के रूप में एक ऐसा सच है जिसे सरकार छोड़ सभी अवगत है. उन्होंने कहा कि बक्सर में स्वास्थ्य विभाग न्यूनतम सुविधा प्रदान करने में भी असमर्थ है. सामान्य रूप से चिकित्सकों की घोर कमी एक मुद्दा रहा है और संक्रमण के इस दौर में अब एक समर्पित कार्य योजना का भी घोर अभाव दिख रहा है. उधर, प्रशासन केवल खानापूर्ति कर अपनी पीठ स्वयं थपथपा रही है.

उन्होंने कहा कि सदर अस्पताल से मिली सूचना के अनुसार दो की संख्या में वेंटिलेटर यूनिट आया है लेकिन यह भी सर्वविदित है कि दोनों वेंटिलेटर यूनिट मात्र राशि की बर्बादी साबित हो रहा है तथा तकनीकी कर्मियों की अनुपलब्धता के कारण वह स्थापित भी नहीं हो सका है. उधर, राज्यव्यापी लॉक डाउन के दौरान जिला प्रशासन के द्वारा जिन सेवाओं को लॉकडाउन की परिधि से बाहर रखा गया है उनको लेकर भी कोई स्पष्ट मापदंड नहीं है जिससे कारण अफरा-तफरी का माहौल बना हुआ है. एक तरफ जहां लॉक डाउन की मियाद खत्म होने वाली है. वहीं, संक्रमण का प्रसार भी तेजी से हो रहा है. उन्होंने चुटकी लेते हुए कहा कि संक्रमण के मामले में स्वास्थ्य विभाग शुतुरमुर्ग की तरह अपना मुंह रेत में छिपाकर तूफान के गुजर जाने का इंतजार कर रहा है. जो कि एक अत्यंत घातक नीति है. 

उन्होंने तत्काल बक्सर सदर एवं डुमराँव अनुमंडल अस्पताल में कोरोना रोगियों के लिए 50-50 बेड का सभी सुविधा युक्त क्षेत्र तैयार करने की बात कही है. वहीं, उन्होंने जिले के आम लोगों से भी प्रशासन के निर्देशों का अक्षरस: पालन करते हुए प्रसार को रोकने में सहायता करने की अपील की है.











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