सीओ के यूजर आइडी-पासवर्ड की चोरी कर लाखों रुपयों की जमीन का गलत ढंग से दाखिल-ख़ारिज ..

अंचलाधिकारी ने भी मामले में किसी के द्वारा यूजर आइडी व पासवर्ड चोरी करने का आरोप लगाया है तथा दोषी का पता लगाकर कार्रवाई की बात कही है. उधर, इस तरह का मामला सामने आने के बाद अंचल कार्यालय कर्मियों में भी हड़कंप का माहौल बना हुआ है.

- सोहनी पट्टी मौजा में 70 लाख रुपये की जमीन का गलत दस्तावेजों के आधार पर किया दाखिल-ख़ारिज
- मामले में पीड़ित में डीएम को पत्र लिख की कार्रवाई की मांग

बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर: सदर अंचल कार्यालय में एक बड़ा हेरफेर सामने आया है, जिसमें अंचलाधिकारी की यूज़र आईडी का इस्तेमाल कर नगर के पाश इलाके में अवस्थित लाखों रुपये मूल्य की एक जमीन का फर्जी दाखिल-खारिज कर लिया गया है. मामला उजागर होने के साथ ही लेकर भू स्वामी ने जिला पदाधिकारी को आवेदन देकर कार्रवाई करने की मांग की है. 

वहीं, अंचलाधिकारी ने भी मामले में किसी के द्वारा यूजर आइडी व पासवर्ड चोरी करने का आरोप लगाया है तथा दोषी का पता लगाकर कार्रवाई की बात कही है. उधर, इस तरह का मामला सामने आने के बाद अंचल कार्यालय कर्मियों में भी हड़कंप का माहौल बना हुआ है.

फर्जी कागजात के आधार पर कराया जमीन का दाखिल - ख़ारिज:

घटना के संदर्भ में नगर के सोहनी पट्टी के रहने वाले बैजनाथ चौधरी ने डीएम को दिए अपने आवेदन में बताया है कि सोहनी पट्टी मौजा में अवस्थित उनके भूखंड जिसका नया खाता संख्या 29 तथा प्लॉट संख्या 136 है तथा क्षेत्रफल 1.98 डेसिमिल है. इस पाए बागीचा लगाया गया है. इधर, कुछ फर्जी कागजातों के आधार पर 1 जुलाई 2020 को एक अन्य व्यक्ति विनोद कुमार ओझा, पिता-छट्ठू ओझा जो कि गोला बाजार मोहल्ले के रहने वाले हैं को जमीन का दाखिल खारिज कर दिया. अब वह व्यक्ति उस जमीन को दूसरे व्यक्तियों को रजिस्ट्री करने पर आमदा है. पीड़ित व्यक्ति ने जमीन की रजिस्ट्री पर रोक लगाने की भी मांग की है.

पीड़ित ने जताई हत्या की आशंका:

उन्होंने अपने आवेदन में अपनी हत्या की आशंका भी जताई है. उन्होंने कहा है कि विनोद कुमार ओझा एक खूंखार प्रवृत्ति का आदमी है, जो कि सदैव असामाजिक तत्वों के साथ रहता है. ऐसे में उक्त व्यक्ति उनकी तथा स्वजनों की हत्या भी करा सकते हैं. बताया जा रहा है कि जिस जमीन का दाखिल-ख़ारिज किया गया है उसकी कीमत तकरीबन 70 लाख रुपये है.

इस संदर्भ में पूछे जाने पर अंचलाधिकारी सत्येंद्र कुमार सिंह ने बताया कि किसी के द्वारा उनका यूजर आइडी व पासवर्ड लेकर दाखिल-खारिज कर दिया गया है. जैसे ही मामला उनके संज्ञान में आया जिला अवर निबंधन पदाधिकारी को पत्र लिख कर इस जमीन की रजिस्ट्री पर रोक लगा दी गयी है.











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