नप होल्डिंग टैक्स घोटाला: जांच में बिल्ली को दूध की रखवाली का जिम्मा ..

होल्डिंग टैक्स घोटाले के बारे में लगातार हो रहे रहस्योद्घाटन के बाद नगर परिषद की मुख्य पार्षद माया देवी के द्वारा कार्यपालक पदाधिकारी तथा नगर परिषद के अन्य कर्मियों को मुंह छिपाने का भरपूर मौका प्रदान किया है. 

- सामाजिक कार्यकर्ता ने की उच्च स्तरीय जांच कराने की माँग
- सवालों से घबराए नप ने किया मीडिया सेल का गठन

बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर: घोटालों की लीपापोती करने में नगर परिषद के अधिकारियों को माहिर माना जाता है. वर्षों पूर्व हुए गबन के कई मामलों में अधिकारियों से पूछने पर उनका जवाब यह होता है कि उन्हें उस वक्त के मामलों की जानकारी नहीं है. इसी बीच 31.60 लाख के होल्डिंग टैक्स घोटाला मामले की लगातार खबर चलाए जाने से हुई किरकिरी के बाद मामले की जांच करने के लिए नगर परिषद ने जो टीम बनाई है माना जा रहा है कि वह टीम भी केवल खानापूर्ति ही करेगी. ऐसा इसलिए क्योंकि त्रिसदस्यीय टीम में वह व्यक्ति भी शामिल हैं, जिन पर होल्डिंग टैक्स घोटाले में शामिल होने का आरोप है.

दरअसल, महालेखाकार की ऑडिट टीम ने वर्ष 2014 से 16 के बीच में हुए होल्डिंग टैक्स घोटाले को लेकर अपनी जांच रिपोर्ट में कई खुलासे किए थे. कई व्यक्तियों के नाम भी उस घोटाले में साफ तौर पर जोड़ें गए थे, बताया जा रहा है कि इस जाँच के दौरान वर्ष 2014-2016 की अंकेक्षण रिपोर्ट संख्या के पत्रांक संख्या 5459 की टिप्पणी संख्या 05 में बताया गया है कि होल्डिंग टैक्स की रसीद संख्या 12001 से 12100 तक नप कर्मी संतोष कुमार केशरी को दी गई थी. उक्त संग्रहकर्ता के द्वारा उक्त रसीद को वापस नहीं जमा किया गया है. ऐसे में संग्रहकर्ता द्वारा रसीद के माध्यम से कितनी राशि जमा की गई, इसकी जानकारी नहीं मिल सकी है. बताया जा रहा है कि संतोष केशरी को भी जाँच टीम में शामिल किया गया है. ऐसे में यह जांच कितनी सही हो पाएगी यह कहना मुश्किल है. यह यूं कहें कि बिल्ली को दूध की रखवाली करने की जिम्मेदारी दी गयी है.

सवालों से घबराए नप ने निकाला मुंह छिपाने का रास्ता, गठित किया मीडिया सेल:

होल्डिंग टैक्स घोटाले के बारे में लगातार हो रहे रहस्योद्घाटन के बाद नगर परिषद की मुख्य पार्षद माया देवी के द्वारा कार्यपालक पदाधिकारी तथा नगर परिषद के अन्य कर्मियों को मुंह छिपाने का भरपूर मौका प्रदान किया है. जिसके लिए नगर परिषद में सवालों का जवाब देने हेतु एक मीडिया सेल का गठन कर दिया गया है. मुख्य पार्षद के द्वारा कार्यपालक सहायक को भेजे गए पत्र में बताया गया है कि आए दिन मीडिया द्वारा कार्यालय के कर्मियों एवं पार्षदों से सवाल पूछे जाते हैं, जिसके कारण कर्मियों में घोर दहशत का माहौल बना हुआ है. उसे देखते हुए सशक्त स्थाई समिति की बैठक संख्या 45 दिनांक: 26.06.20 के द्वारा मीडिया सेल का गठन किया गया है, जिसमें उप मुख्य पार्षद को इंद्र प्रताप सिंह तथा वार्ड संख्या 02 की वार्ड पार्षद वंदना श्रीवास्तव तथा वार्ड संख्या 33 के वार्ड पार्षद अमरनाथ गोंड़ को इसका सदस्य बनाया गया है. बताया गया है कि कोई भी जानकारी प्राप्त करने के लिए उप मुख्य पार्षद इंद्र प्रताप सिंह से संपर्क किया जा सकता है.

मामले में सामाजिक कार्यकर्ता ने की उच्च स्तरीय जाँच की माँग:

मामले में पूर्व लोकसभा प्रत्याशी तथा जदयू के जिला उपाध्यक्ष रवि राज ने बताया है कि, नगर परिषद के द्वारा होल्डिंग टैक्स मामले में कई तरह अड़ंगे लगाए जाते हैं. पीपरपांती रोड के कई मकान जिनके वर्षों से होल्डिंग टैक्स की रसीद कटती चली आ रही थी उसे अचानक रोक दिया गया और कहा गया कि वह जमीन सरकारी है. जबकि, कई नए मकानों का होल्डिंग टैक्स रसीद काटा जा रहा है. उन्होंने कहा है कि नगर परिषद के द्वारा हो रहे घोटालों की उच्चस्तरीय जांच होनी चाहिए.

कहते हैं उप मुख्य पार्षद:

जांच कमेटी में शामिल संतोष केशरी ने लिखित रूप से बताया है कि उन पर होल्डिंग टैक्स के 31.60 लाख के घोटाले में कोई आरोप नहीं हैं. हालांकि, टैक्स रसीद गायब मामले में अगर उनकी संलिप्तता पाई जाती है तो उन्हें जांच कमिटी से हटा दिया जाएगा. किसी भी सूरत में मामले की जांच में पूरी पारदर्शिता बरती जाएगी.

इन्द्रप्रताप सिंह
उप मुख्य पार्षद, नगर परिषद











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