साल बीत जाने के बाद भी जहां अब तक इस मामले के अपराध कर्मी पुलिस की गिरफ्त में नहीं आ सके हैं. वहीं दूसरी तरफ रोहित भी अब निराश हो चुके हैं. वहीं, उनके परिजन मामले में अभी दहशत में हैं.
- 2 जुलाई 2018 को अज्ञात अपराध कर्मियों ने मार दी थी गोली
- वाराणसी में चले लंबे इलाज के बाद बचाई जा सकी थी जान
बक्सर टॉप न्यूज, बक्सर: नगर थाना क्षेत्र के चीनी मिल इलाके में 2 साल पूर्व 2 जुलाई को ही स्थानीय निवासी रोहित चतुर्वेदी पर अज्ञात अपराध कर्मियों ने गोलियां चला दी थी. इस जानलेवा हमले में वाराणसी में इलाज के दौरान किसी प्रकार चिकित्सकों के अथक प्रयास से रोहित की जान तो बचा ली गई लेकिन, मामले के 2 साल के बावजूद इस घटना में शामिल अपराधकर्मियों तक पुलिस नहीं पहुंच सकी.
दरअसल, यह वारदात उस वक्त अंजाम दी गई थी जब 2 जुलाई 2018 की शाम के वक्त रोहित अपने दोस्तों से मिलने के बाद वापस घर जा रहे थे. जैसे ही वह घर के करीब पहुंचे तीन अज्ञात युवकों ने अचानक से बाइक स्टार्ट की और आगे बढ़ कर उन्हें नजदीक से तीन गोलियां दाग दी.
घटना के बाद रोहित को सदर अस्पताल तथा फिर गंभीर स्थिति में वाराणसी रेफर कर दिया गया जहां 17 दिनों तक जिंदगी और मौत से जूझने के बाद उन्हें होश आया तथा उनके फर्द बयान पर मामले में प्राथमिकी दर्ज कराई गई. बताया जा रहा है कि 2 साल बीत जाने के बाद भी जहां अब तक इस मामले के अपराध कर्मी पुलिस की गिरफ्त में नहीं आ सके हैं. वहीं दूसरी तरफ रोहित भी अब निराश हो चुके हैं. वहीं, उनके परिजन मामले में अभी दहशत में हैं.
इस संदर्भ में पूछे जाने पर एसडीपीओ सतीश कुमार ने बताया कि अनुसंधान के दौरान अपराध कर्मियों की पहचान तो कर ली गई थी पर जिस व्यक्ति के इशारे पर अपराध कर्मियों ने इस घटना को अंजाम दिया है उसकी पहचान अब तक नहीं हो सकी है. जिसके कारण मामला अधर में लटका हुआ है. हालांकि, उन्होंने आश्वस्त किया कि जल्द ही मामले का अनुसंधान करते हुए अपराधकर्मियों तक पहुंचने की कोशिश की जाएगी.
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