साबित खिदमत फाउंडेशन ने जरूरतमंदों के बीच खाद्यान्न का किया वितरण ..

लॉकडाउन के समय में जरूरतमंद लोगों को चिन्हित करते हुए उन्हें राशन सामग्री मुहैया कराने का कार्य साबित खिदमत फाउंडेशन के द्वारा पूर्व में भी किया जा रहा था. इस  बार लॉकडाउन में भी जरूरतमंदों को राशन सामग्री मुहैया कराने का कार्य फाउंडेशन के द्वारा लगातार किया जाएगा.
- फाउंडेशन ने लिया दो बच्चों को गोद, परवरिश का उठाएंगे खर्च
- लॉकडाउन के दौरान जरूरतमंद परिवारों को की जाती रहेगी मदद

बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर: लॉकडाउन के समय में जरूरतमंदों के सेवा में साबित खिदमत फाउंडेशन लगातार तत्परता के साथ जुटा है. लॉकडाउन की अवधि में  मध्यम तथा निम्न आय वर्ग के लोगों के बीच रोजी रोटी का संकट खड़ा हो जा रहा है. ऐसे लोगों की मदद करने के लिए फाउंडेशन के द्वारा पूर्व में गोद लिए गए परिवारों के बीच खाद्यान्न का वितरण किया गया। 

कार्यक्रम के विषय में जानकारी देते हुए फाउंडेशन के सचिव साबित रोहतासवी ने बताया कि, लॉकडाउन के समय में जरूरतमंद लोगों को चिन्हित करते हुए उन्हें राशन सामग्री मुहैया कराने का कार्य साबित खिदमत फाउंडेशन के द्वारा पूर्व में भी किया जा रहा था. इस  बार लॉकडाउन में भी जरूरतमंदों को राशन सामग्री मुहैया कराने का कार्य फाउंडेशन के द्वारा लगातार किया जाएगा.

निदेशक डॉ.दिलशाद आलम ने जानकारी देते हुए बताया कि, पुनः लागू लॉकडाउन में फाउंडेशन जरूरतमंद लोगों को राशन सामग्री बांटने का कार्य करेगी. इस दौरान पहले से गोद लिए गए परिवारों के अतिरिक्त अन्य जरूरतमंदों को भी राशन आदि मुहैया कराया जाएगा. मौके पर उन्होंने कोरोना के बढ़ते प्रभाव को देखते हुए लोगों से अपील करते हुए कहा कि लॉकडाउन के दौरान बेवजह घरों से बाहर निकलने से बचें. यदि किसी जरूरी कार्य से घर से बाहर निकलना भी पड़े तो घर से बाहर निकलते वक्त चेहरे पर फेस मास्क लगाना कतई ना भूलें. कोरोना से बचाव के लिए बार-बार कुछ समय के अंतराल पर हाथों को अच्छी तरह से साबुन से धोते रहें। स्वच्छता बरकरार रखें. 

फाउंडेशन ने गोद लिए दो बच्चे:

गुरुवार को ही फाउंडेशन के द्वारा मुसाफिर गंज स्थित मदरसे के 2 बच्चों को गोद लिया गया. निदेशक ने बताया कि बच्चों के परवरिश तथा पढ़ाई लिखाई का सारा खर्च अब फाउंडेशन के द्वारा उठाया जाएगा. उन्होंने कहा कि देश के लिए फाउंडेशन अपने कर्तव्य का निर्वहन सदैव करता रहेगा.











Post a Comment

0 Comments