साबित खिदमत फाउंडेशन ने बाँटे मास्क व सैनिटाइजर ..

उन्होंने कहा कि, लॉकडाउन के दौरान अंतिम पायदान पर खड़े लोग जो रोजी-रोटी के सहारे अपना जीवन यापन करते हैं. वैसे लोगों को चिन्हित करने की आवश्यकता है. 

- चौसा के पूर्व जिला पार्षद मनोज यादव के हाथों हुआ वितरण
- वंचितों को सरकारी सहायता दिलाने की सरकार से की मांग

बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर: चौसा प्रखंड के चौसा अनुसूचित बस्ती में साबित खिदमत फाउंडेशन के द्वारा वंचित लोगों के बीच पूर्व जिला पार्षद डॉ. मनोज कुमार यादव के हाथों मास्क व सैनिटाइजर का वितरण किया गया. 

मौके पर डॉ यादव ने कहा कि इस वक्त कोरोना जैसी वैश्विक  महामारी से देश ही नहीं बल्कि, पूरा विश्व परेशान है इससे घबराने की आवश्यकता नहीं है इससे डटकर मुकाबला करने की आवश्यकता है. घर में रहना है, सुरक्षित रहना है. सफाई पर सबसे अधिक ध्यान देने की आवश्यकता है. श्री यादव ने कहा कि राज्य के हित में लॉक डाउन की घोषणा की गई है. उसे बखूबी से पालन करने की आवश्यकता है 

साथ ही उन्होंने कहा कि, लॉकडाउन के दौरान अंतिम पायदान पर खड़े लोग जो रोजी-रोटी के सहारे अपना जीवन यापन करते हैं. वैसे लोगों को चिन्हित करने की आवश्यकता है. सरकार उसे लॉक डाउन की अवधि में 10 हज़ार रुपये जीवन-यापन के लिए उपलब्ध कराएं साथ ही डॉ. यादव ने कहा कि प्रवासी मजदूर जो दूसरे राज्यों से चलकर अपने बिहार राज्य में आए हैं. उन मजदूरों के लिए सरकार एक नीति बनाए और रोजगार नहीं मिलने की अवधि उन्हें भी मजदूरी भत्ता देने की घोषणा करें. साथ ही हर हाल में बिहार की सरकार रोजगार दे. नहीं तो एक समय ऐसा आएगा कि बिहार में आए करोड़ों मजदूर बिहार सरकार के खिलाफ बगावत करेंगे. 


साथ ही उन्होंने कहा कि वैसे मजदूर जो बिहार में देश के कोने-कोने से आए हैं वैसे प्रवासी मजदूरों के परिवार के बच्चों को पढ़ाई में छूट देनी चाहिए. जैसे ही लॉकडाउन खत्म होगा प्राइवेट शैक्षणिक  संस्थाओं में भी 35 फीसद आरक्षण के साथ 15 फीसद आरक्षण देकर प्रवासी मजदूरों के बच्चों को नामांकित कराने का कानून सरकार को बनाना चाहिए. साथ ही सरकार से मांग करते हुए कहा कि पंचायत एवं वार्ड स्तर पर सैनिटाइजेशन कराने का आदेश जिला पदाधिकारी को अपने स्तर से दें ताकि, संक्रमण रोका जा सके. वितरण कार्यक्रम में आकाश प्रधान, रामेश्वर नट, वीर बहादुर नट, चंचल नट, किरण देवी, राम जी नट, भुअर यादव, आदेश प्रधान, छोटू नट, संतोष नट, बबलू नट के अलावे भारी संख्या में महिला एवं पुरुष एवं बच्चे उपस्थित थे.











Post a Comment

0 Comments