मंदिर प्रबंधन समितियों ने लिया निर्णय, घर से ही पूजा करें शिव भक्त, करेंगे प्रेरित ..

यदि मंदिर में श्रद्धालु जलाभिषेक के लिए आते हैं तो उन से विनती की जाएगी कि आप अपने घरों में सावन के सोमवार के व्रत को करें, इसके लिए मंदिरों में अनावश्यक भीड़ नहीं लगाएं जिससे भगवान शिव के राजभोग में कोई बाधा उत्पन्न ना हो.
नाथ बाबा मंदिर

- पूर्व की भांति नहीं होगा जलाभिषेक का कार्यक्रम
- मंदिर समितियों के साथ हुई बैठक में तय की गई रणनीति

बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर: श्रावणी मेला को लेकर अनुमंडल में अनुमंडल पदाधिकारी कृष्ण कुमार उपाध्याय की अध्यक्षता में नगर के सभी मंदिर प्रबंधन समितियों के साथ बैठक की गई और उसमें सबकी सहमति से निर्णय लिया गया कि श्रावणी मेला के दौरान किसी भी मंदिर में जलाभिषेक का पूर्व की भांति कोई कार्यक्रम नहीं होगा. इस दौरान जिले के तथा जिले के बाहर के विभिन्न स्थानों से आए हुए श्रद्धालुओं को भी यह संदेश देने का संकल्प लिया गया कि वह रामरेखा घाट, नाथ बाबा घाट, सिद्धनाथ घाट, गोलाघाट या अन्य किसी गंगा घाट पर जलाभिषेक के लिए जल भरने की तैयारी करके बक्सर शहर में नहीं आएं. जिससे कोविड-19 को लेकर सोशल डिस्टेंसिंग के सरकार के दिए गए निर्देश का पालन किया जा सके.

सभी मंदिर प्रबंधन समितियों को सरकार के निर्देश से पुनः अवगत कराया गया और सब से अनुरोध किया गया कि वे अपने यहां सोशल डिस्टेंसिंग के मानकों का अक्षरशः पालन करें और कराएं. मंदिर में आने वाले श्रद्धालुओं को इस बात के लिए प्रेरित करें कि वे मास्क लगाएं और सैनिटाइजेशन के अन्य उपायों पर अमल करें. सभी मंदिर की संचालन समितियों के उपस्थित सदस्यों ने इस पर सहमति जताई और यह निश्चय किया कि मंदिरों में सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों का पालन किया जाएगा और यदि मंदिर में श्रद्धालु जलाभिषेक के लिए आते हैं तो उन से विनती की जाएगी कि आप अपने घरों में सावन के सोमवार के व्रत को करें, इसके लिए मंदिरों में अनावश्यक भीड़ नहीं लगाएं जिससे भगवान शिव के राजभोग में कोई बाधा उत्पन्न ना हो.

बैठक के दौरान अनुमंडल पदाधिकारी ने बताया कि श्रावणी मेला को लेकर भीड़-भाड़ को रोकने के लिए शहर के सभी शिवालयों, घाटों और शहर के बाहर विभिन्न स्थानों पर दंडाधिकारी और पुलिस पदाधिकारी प्रतिनियुक्त किए जाएंगे.











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