वीडियो: अनवरत सेवा में लगे सांसद को नहीं, शराब मामले में फरार विधायक को ढूंढने की जरूरत: प्रदीप दूबे

कहा कि 17 मई को जब उनके वाहन से मदिरा की 8 बोतलें पकड़ी गई थी उसके बाद से विधायक लगातार ढाई महीने तक भूमिगत रहे. क्या कांग्रेस के विधायक का यही काम रह गया है कि दिन में राशन बांटे तो रात में शराब की तस्करी करें.
 
- पूर्व विधानसभा प्रत्याशी प्रदीप दूबे ने जताया विरोध
- कहा, लगातार जन सेवा में तत्पर हैं सांसद सह केंद्रीय मंत्री

बक्सर टॉप न्यूज, बक्सर भाजपा नेता तथा पूर्व विधानसभा प्रत्याशी प्रदीप दूबे ने एनएसयूआई संगठन के द्वारा कांग्रेस के लापता होने के पोस्टर विभिन्न चौक-चौराहों पर चिपकाए जाने के मामले में कांग्रेस को आड़े हाथों लिया है. उन्होंने कहा है कि देश के केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्य मंत्री होने के नाते सांसद देश की समस्त जनता के प्रति जवाबदेह हैं तथा अपनी जवाबदेही पूरी क्षमता के साथ निभा रहे हैं. स्वास्थ्य संबंधी मामलों को लेकर नियमित रूप से बैठकों तथा अन्य इंतजामों में शामिल रह रहे हैं. बक्सर की जनता के लिए भी वह लगातार प्रयासरत हैं तथा वेंटिलेटर से लेकर स्वास्थ्य सेवाओं के तमाम व्यवस्थाओं को कर रहे हैं. वह जिले के अधिकारियों से सिविल सर्जन तथा अन्य अधिकारियों के लगातार संपर्क में हैं तथा जनता की भलाई के लिए कार्य कर रहे हैं. अभी हाल ही में स्थानीय रेलवे स्टेशन पर उन्होंने मास्क व सैनिटाइजर डिस्पेंसर मशीन लगाई है.

उधर कांग्रेस के विधायक मुन्ना तिवारी गाड़ी से शराब बरामद होने के बाद ढाई महीने तक लापता रहे. कांग्रेसियों को सांसद से नहीं बल्कि उनसे पूछना चाहिए कि वह जनता को छोड़कर लापता क्यों हो गए थे? भाजपा नेता ने कहा कि 17 मई को जब उनके वाहन से मदिरा की 8 बोतलें पकड़ी गई थी उसके बाद से विधायक लगातार ढाई महीने तक भूमिगत रहे. क्या कांग्रेस के विधायक का यही काम रह गया है कि दिन में राशन बांटे तो रात में शराब की तस्करी करें. उन्होंने सीधा सवाल करते हुए यह पूछा कि आखिर 30 से 32 हज़ार रुपये कीमत की शराब की बोतलें गाड़ी में रखा जाना तथा उनकी गाड़ी का उनके विधानसभा क्षेत्र से बाहर पकड़ा जाना क्या यह साबित नहीं करता कि वह शराब तस्करी के काम में शामिल हैं. ऐसे लोगों की पार्टी को सांसद पर सवाल उठाने का कोई हक नहीं.

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