नप के पत्र का जवाब नहीं दे रही एजेंसी, नगर में पसरा अंधेरा ..

एजेंसी भारत सरकार की प्रतिष्ठित लाइट अधिष्ठापन कंपनी है, जिसका शहरी आवास एवं विकास विभाग से करार हुआ है. हालांकि, कंपनी से संपर्क करने के लिए नगर परिषद के पास कोई आधिकारिक नंबर वगैरह नहीं है. ऐसे में नगर आवास एवं विकास विभाग तथा  संबंधित एजेंसी ईएसएसएल से कई बार पत्राचार किया गया लेकिन कोई जवाब नहीं मिला.
सोमेश्वर स्थान मोहल्ले में बंद पड़ी लाइट
 
- स्ट्रीट तथा हाई मास्ट लाइट के बुझ जाने के कारण नगर के कई इलाकों में पसरा है अंधेरा
- ईएसएसएल कंपनी के जिम्मे है नगर में स्ट्रीट तथा हाई मास्ट लाइट का अधिष्ठापन व देखरेख

बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर: "जिस कंपनी को नगर को रोशन करने का जिम्मा मिला हुआ है वह कंपनी गायब हो गई है. तकरीबन 6 माह से कई बार कंपनी को पत्र लिखा गया लेकिन कंपनी का कोई जवाब नहीं आता है. जिसके कारण नगर में अंधेरा पसरा हुआ है." यह कहना है नप कार्यपालक पदाधिकारी सुजीत कुमार का. 

दरअसल, नगर परिषद क्षेत्र में इन दिनों लगभग हर वार्ड के कई गलियों में अंधेरा पसरा रह रहा है. बताया जा रहा है कि निर्माण एजेंसी लापता है. तकरीबन 3 साल बाद भी एजेंसी ने जहाँ नगर में अपना काम नहीं पूरा किया वहीं, जो लाइटें लगाई भी गयी वह अब बुझने लगी हैं. कई हाई मास्ट लाइटें भी महीनों से बंद हैं. उधर कार्यपालक  पदाधिकारी का कहना है कि, एजेंसी भारत सरकार की प्रतिष्ठित लाइट अधिष्ठापन कंपनी है, जिसका शहरी आवास एवं विकास विभाग से करार हुआ है. हालांकि, कंपनी से संपर्क करने के लिए नगर परिषद के पास कोई आधिकारिक नंबर वगैरह नहीं है. ऐसे में नगर आवास एवं विकास विभाग तथा  संबंधित एजेंसी ईएसएसएल से कई बार पत्राचार किया गया लेकिन कोई जवाब नहीं मिला.

उधर कुछ दिनों पूर्व एजेंसी के कार्यों की समीक्षा करने के लिए नगर परिषद के बोर्ड की बैठक में चर्चा की गई है. जिसके बाद यह निर्णय लिया गया है कि, संबंधित एजेंसी को पत्र लिखकर कार्यों में तेजी लाने तथा गुणवत्ता में सुधार करने की बात कही जाएगी. लेकिन इस पर अभी क्या पहल हुई यह भी नहीं ज्ञात हो सका. स्थिति यह है कि नगर के मुख्य चौराहों में शुमार ज्योति प्रकाश चौक पर अंधेरा होने के साथ ही दुर्घटनाओं की संभावना बढ़ गयी है. वहीं, असामाजिक तत्व का मनोबल भी बढ़ा हुआ है. वही सोमेश्वर स्थान मोहल्ले, वीर कुंवर सिंह कॉलोनी तथा बाजार समिति रोड जैसे इलाकों में भी यही हाल है. 

स्थानीय निवासी मनोज कुमार गुप्ता बताते हैं कि कई महीनों से अंधेरा कायम है. नगर परिषद तथा वार्ड पार्षद इसकी सुध नहीं लेते. इसी बीच कई बार मोबाइल छिनैती जैसी घटनाएं सामने आई हैं. बाजार समिति रोड के प्रतिदिन अपने पांडेय पट्टी आवास पर जाने वाले सर्वेश कुमार तिवारी बताते हैं कि बाजार समिति रोड में लगाई गई स्ट्रीट लाइट में से कई लाइटें बुझ गई हैं. लेकिन, कभी इनकी मरम्मत नहीं होती. सोमेश्वर स्थान मोहल्ले के रहने वाले कमलेश पाल तथा राघव पांडेय बताते हैं कि उनके मोहल्ले में कई लाइटें महीनों से बुझी हुई हैं. लेकिन नगर परिषद का कोई ध्यान इस पर नहीं जाता. सोहनी पट्टी के रहने वाले गणेश शर्मा बताते हैं कि, लाइट के अधिष्ठापन में काफी अनियमितता बरती गई है. साथ ही निम्न गुणवत्ता की सामग्रियों का प्रयोग भी किया गया है. जिसके कारण यह परेशानी सामने आ रही है.

कहते हैं कार्यपालक पदाधिकारी:

मामले में संबंधित एजेंसी तथा शहरी आवास एवं विकास विभाग को पत्र लिखा गया है. लेकिन, बुझी लाइटों को ठीक करने के लिए अभी तक कोई निर्देश नहीं प्राप्त हुआ है.

सुजीत कुमार,
कार्यपालक पदाधिकारी, नगर परिषद













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