जिले में हर्षोल्लास के साथ मनाई गई बकरीद ..

बताया कि, कोरोला काल में सामाजिक दूरी बनाकर रखे जाने से संक्रमण के प्रसार पर रोक लगाई जा सकती है जिसको देखते हुए सभी ने घरों से ही नमाज अदा की तथा देश और समाज की सलामती की दुआएं मांगी.


- बकरीद को लेकर मस्जिदों में नमाज पर लगाई गई थी पाबंदी
- घरों से अदा की गई नमाज, मांगी गई कोरोना से मुक्ति की दुआ

बक्सर टॉप न्यूज, बक्सर: जिलेभर में आज ईद-उल-अजहा यानी बकरीद का त्योहार मनाया गया. कोरोना संकट के चलते मस्जिद में नमाज अदा करने पर मनाही थी. जिसको लेकर अकीदतमंदों ने घरों पर ही नमाज अदा की.

साबित खिदमत फाउंडेशन के निदेशक डॉ दिलशाद आलम ने कहा कि यह त्योहार कुर्बानी का त्योहार है जिसमें यह सीख मिलती है कि किस प्रकार निजी स्वार्थ को कुर्बान करते हुए दूसरों के काम आना चाहिए. फाउंडेशन के सचिव साबित रोहतासवी ने बताया कि, कोरोला काल में सामाजिक दूरी बनाकर रखे जाने से संक्रमण के प्रसार पर रोक लगाई जा सकती है जिसको देखते हुए सभी ने घरों से ही नमाज अदा की तथा देश और समाज की सलामती की दुआएं मांगी.

बता दें कि, ईद-उल फितर के बाद ईद-उल-अजहा यानी बकरीद मुसलमानों का दूसरा सबसे बड़ा पर्व है. दोनों ही मौके पर ईदगाह जाकर या मस्जिदों में विशेष नमाज अदा की जाती है. हालांकि, इस साल कोरोना वायरस के संकट की वजह से स्थिति अलग है. इसलिए त्योहारों पर जमा होने वाली भीड़ पर भी सरकार पाबंदियां लगा रही है. लिहाजा ऐहतियात के साथ पूरे जिले में बकरीद मनाई गयी.













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