जिले में पहुंचे जल शक्ति मंत्रालय के अधिकारी, यूपी-बिहार सीमा विवाद में रुके कटाव रोधी कार्यों पर दिखे गंभीर ..

उन्होंने यह आश्वस्त किया कि नगपुरा के पास जहां लगभग 2 किलोमीटर तक उत्तर प्रदेश की सीमा पड़ती है वहां बोल्डर आदि डालने के लिए उत्तर प्रदेश सरकार की सहमति के संबंध में आगे चर्चा की जाएगी तथा कटाव रोधी स्थाई समाधान के लिए पहल की जाएगी.

 

- नगपुरा में 2 किलोमीटर तक उत्तर प्रदेश की सीमा होने के कारण रुका है स्थाई बोल्डर लगाने का काम
- कहा, वरीय अधिकारियों से करेंगे बात, जल्द ही निकलेगा समाधान

बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर: जल शक्ति मंत्रालय के अंतर्गत गंगा फ्लड कंट्रोल कमीशन में मेंबर कोऑर्डिनेशन चंद्र कुमार लाल दास शुक्रवार को बक्सर पहुंचे. उन्होंने बक्सर कोईलवर गंगा तटबंध का निरीक्षण किया तथा संभावित बाढ़ से निपटने को लेकर किए जा रहे कार्यों का भी जायजा भी लिया.उनके साथ अधीक्षण अभियंता संजय श्रीवास्तव तथा अन्य अधिकारी भी मौजूद थे. स्थानीय स्तर पर किए जा रहे कार्यों से वह संतुष्ट दिखे तथा आगामी समय में जरूरत के हिसाब से किए जाने वाले उपायों को लेकर स्थानीय अधिकारियों से विचार-विमर्श किया.


निरीक्षण के पश्चात संध्याकाल में पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने बताया कि उन्होंने तटबंधों का निरीक्षण किया है तथा कार्यों का जायजा लेते हुए आवश्यक दिशा निर्देश भी दिए हैं. उन्होंने यह आश्वस्त किया कि नगपुरा के पास जहां लगभग 2 किलोमीटर तक उत्तर प्रदेश की सीमा पड़ती है वहां बोल्डर आदि डालने के लिए उत्तर प्रदेश सरकार की सहमति के संबंध में आगे चर्चा की जाएगी तथा कटाव रोधी स्थाई समाधान के लिए पहल की जाएगी.

इस दौरान पत्रकारों ने उनसे यह सवाल किया कि सिमरी प्रखंड के केशवपुर में कटाव रोधी कार्यों में बालू के जगह मिटटी भरी गई है. इस सवाल पर उन्होंने बताया कि, गंगा के कटाव को रोकने के लिए गंगा के तटीय इलाके से ही मटेरियल बोरी में भरकर उसे तात्कालिक तौर पर कटाव रोधी के रूप में इस्तेमाल करना है. अगर कहीं दूसरे जगह से ले जाकर वहां मिट्टी डाली गई है तो यह गलत है. हालांकि, इसकी जाँच स्थानीय स्तर पर की जाती है.














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