रंजीत चौधरी ने पैसों की खातिर गमछे से गला दबाकर कर दी पंचायत सचिव की हत्या ..

घटना से पहले सभी आरोपितों ने अपना मोबाइल पहले ही बंद कर लिया था. जब पुलिस ने मामले की जांच की तो पता चला कि मुखिया रंजीत कुमार, उनका बॉडीगार्ड भरत चौधरी और अमित रंजन ने घटना को अंजाम दिया है. इसके बाद पुलिस ने पूरी जांच शुरु की तो मामले का खुलासा हो पाया. 

 

- पूरे दिन स्कॉर्पियो से पंचायत सचिव को घुमाते रहे मुखिया, चेक साइन करने का बना रहे थे दबाव
- पुलिस की चार अलग-अलग टीमों ने चौधरी के ठिकानों पर की छापेमारी, छत से कूदकर हुआ फरार

बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर: पंचायत सचिव की हत्या मामले का उद्घाटन करते हुए पुलिस ने बताया है कि बगेन मुखिया रंजीत चौधरी ने ही पंचायत सचिव की हत्या की थी. घटना के दिन बगेन मुखिया रंजीत कुमार पंचायत सचिव श्याम बिहारी सिंह को अपनी स्कॉर्पियो में चेक के पैसे को लेकर पूरे दिन घुमाते रहे. जब पंचायत सचिव चेक काटने के लिए मना कर दिया तो मुखिया रंजीत कुमार और उनके अन्य सहयोगियों ने पंचायत सचिव श्याम बिहारी सिंह का गमछे से गला दबाकर हत्या कर दी. इसके बाद उन्हें करहगर नहर के समीप ले जा कर फेंक दिया. ताकि किसी को शक ना हो. इस बात का खुलासा होते ही पुलिस की चार अलग-अलग टीमों ने मुखिया को पकड़ने के लिए उसके विभिन्न ठिकानों पर छापेमारी की ज्ञात हुआ कि वह बक्सर के तुरहा टोली स्थित अपने स्कूल वाली बिल्डिंग में छिपा हुआ है जहां पुलिस की टीम जैसे ही पहुंची रंजीत छत से कूदकर फरार हो गया.

मामले में पुलिस ने मुखिया के बॉडीगार्ड समेत  2 लोगों को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार दोनों अपराधी भरत चौधरी और अमित रंजन ने पुलिस को बताया कि मुखिया रंजीत कुमार बिना काम कराए ही पंचायत सचिव श्याम बिहारी सिंह से चेक काटने के लिए कह रहा था. कई बार दोनों के बीच पैसे को लेकर विवाद हुआ. 27 मई की सुबह मुखिया रंजीत कुमार ने पंचायत सचिव श्याम बिहारी सिंह को जबरदस्ती अपनी स्कॉर्पियो में बैठा लिया और उन्हें चेक काटने के लिए दबाव बनाने लगा. स्कॉर्पियो चलती रही और दोनों के बीच चेक को लेकर विवाद होता रहा. जब 27 की शाम स्कॉर्पियो बिक्रमगंज के समीप पहुंची तो दोनों के बीच विवाद हो गया. जहां भरत चौधरी, अमित रंजन और मुखिया रंजीत कुमार ने मिलकर गमछे से पंचायत सचिव श्याम बिहारी सिंह की गला दबाकर हत्या कर दिया. इसके बाद सभी ने रात में करहगर के समीप नहर उनका शव फेंक कर अपने घर आ गए. वहीं घटना से पहले सभी आरोपितों ने अपना मोबाइल पहले ही बंद कर लिया था. जब पुलिस ने मामले की जांच की तो पता चला कि मुखिया रंजीत कुमार, उनका बॉडीगार्ड भरत चौधरी और अमित रंजन ने घटना को अंजाम दिया है. इसके बाद पुलिस ने पूरी जांच शुरु की तो मामले का खुलासा हो पाया. 

डुमराँव एसडीपीओ के के सिंह ने बताया कि पंचायत सचिव से बिना काम कराए ही चेक कटवाने के लिए मुखिया रंजीत कुमार दबाव बना रहा था. जब पंचायत सचिव नहीं माने तो उसकी गमछे से गला दबाकर हत्या कर दी और शव को करहगर के नहर के समीप फेंक दिया. उन्होंने बताया कि दोनों अपराधियों से पूछताछ की जा रही है. बहुत जल्द कई मामलों का खुलासा हो जाएगा.

27 जुलाई को घर से गायब हो गए थे पंचायत सचिव, बेटे ने दर्ज कराई थी नामजद प्राथमिकी:

बताते चलें कि, डुमरांव निवासी पंचायत सचिव श्याम किशोर सिंह 27 जुलाई को अपने घर से कार्यस्थल पर जाने के लिए घर से सुबह 8:45 बजे निकलने के बाद से ही लापता हो गए थे. अगले दिन 29 जुलाई की शाम पंचायत सचिव का शव रोहतास जिले के करहगर के पास नहर से बरामद किया गया था. मामले में पंचायत सचिव के पुत्र सुनील कुमार ने नामजद प्राथमिकी दर्ज कराते हुए बगैर मुखिया पर ही उनके पिता की हत्या करने का आरोप लगाया था.













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