पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की पुण्यतिथि पर विशेष .. धैर्य के साथ शिखर पर कैसे पहुंचे ..

विपरीत परिस्थितियों में भी धैर्य के साथ शिखर पर कैसे पहुंचा जाता है अटल जी के जीवन से हम सीख सकते हैं. यह कहना है भाजपा जिला युवा मोर्चा के  आईटी एवं सोशल मीडिया के जिला संयोजक राशमणि तिवारी का. 

 

- भाजपा युवा मोर्चा के आईटी सेल के जिला संयोजक ने भारत रत्न को किया याद
- बता यार कैसे प्रेरणा स्रोत रहा है पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का जीवन

बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर: विपरीत परिस्थितियों में भी धैर्य के साथ शिखर पर कैसे पहुंचा जाता है अटल जी के जीवन से हम सीख सकते हैं. यह कहना है भाजपा जिला युवा मोर्चा के  आईटी एवं सोशल मीडिया के जिला संयोजक राशमणि तिवारी का. उन्होंने कहा कि, आज देश के पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की दूसरी पुण्यतिथि है. उन्होंने बताया कि वर्ष 2018 में एक लंबी बीमारी से जूझने के बाद अटल जी ने दिल्ली के एम्स अस्पताल में अपनी आखिरी सांस ली थी. 93 वर्ष की उम्र में उनका निधन हुआ था. अटल बिहारी वाजपेयी ने प्रधानमंत्री के रूप में तीन बार देश का नेतृत्व किया. इस दौरान उन्होंने अपने भाषणों से सबको हिलाकर रख दिया. 

वे पहली बार साल 1996 में 16 मई से 1 जून तक, 19 मार्च 1998 से 26 अप्रैल 1999 तक और फिर 13 अक्तूबर 1999 से 22 मई 2004 तक देश के प्रधानमंत्री रहे हैं. उनका जीवन सदा हम सब के लिये प्रेरणास्रोत हैं. उनके पुण्यतिथि पर हम  सब उनको शत् शत् नमन नमन करते हैं.














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