जानलेवा बनी नगर की सड़कें, सो गई है निर्माण एजेंसी..

रिक्शा चालकों तथा अन्य वाहनों के चालकों को भी खासी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. बताया जा रहा है कि चिकनी सड़क के बीच अचानक से गड्ढे में वाहन का पहिया समा जाने से वाहन अनियंत्रित हो जा रहे हैं. 
 
- नगर के सभी प्रमुख सड़कों की स्थिति बदहाल मरम्मति के नाम पर हो रही खानापूर्ति
- सड़क मरम्मत एवं अनुरक्षण के लिए चंडीगढ़ की एजेंसी को मिला है जिम्मा

बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर: एक तरफ जहां रेलवे स्टेशन रोड के चौड़ीकरण का कार्य जोर-शोर से चल रहा है वहीं, मरम्मत एवं अनुरक्षण के अभाव में नगर के कई सड़कें जानलेवा बन गई हैं. जिनमें स्टेशन रोड बाजार समिति रोड तथा मॉडल थाना चौक से नया बाजार मठिया मोड़ जाने वाली सड़क प्रमुख है. बताया जा रहा है कि इन सड़कों पर बड़े-बड़े जानलेवा गड्ढे बन गए हैं जिनमें अक्सर बाइक सवार दुर्घटनाग्रस्त होकर गिर रहे हैं. इसके अतिरिक्त रिक्शा चालकों तथा अन्य वाहनों के चालकों को भी खासी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. बताया जा रहा है कि चिकनी सड़क के बीच अचानक से गड्ढे में वाहन का पहिया समा जाने से वाहन अनियंत्रित हो जा रहे हैं. 

नगर के अंबेडकर चौक निवासी गौतम कुमार ने बताया कि मंगलवार की शाम वह किसी कार्यवस मॉडल थाना के तरफ जा रहे थे इसी बीच सड़क पर बने गड्ढे में उनके बाइक का पहिया पड़ने से बाइक दुर्घटनाग्रस्त होते-होते बची. सिविल लाइंस निवासी शशांक कुमार ने बताया कि विशाल मेगा मार्ट के समीप बने जानलेवा गड्ढे से भी दुर्घटना की आशंका बढ़ गई है. गड्ढे को देखने से ऐसा प्रतीत हो रहा है कि किसी मेनहोल का ढक्कन हट गया है. वहीं, पांडेय पट्टी के रहने वाले संजय कुमार बताते हैं कि बाजार समिति रोड में पांडेय पट्टी रेलवे क्रासिंग के समीप ही कई बड़े-बड़े गड्ढे बन गए हैं. जिससे बचाव के लिए स्थानीय लोगों द्वारा लाल झंडा लगाकर लोगों को सचेत किया जा रहा है.

मरम्मति एवं अनुरक्षण के नाम पर केवल खानापूर्ति कर रही एजेंसी:

बता दें कि, नगर के विभिन्न इलाकों में टूटी-फूटी सड़कों के अनुरक्षण के लिए चंडीगढ़ की एक एजेंसी को जिम्मेदारी दी गयी है. एजेंसी को लगभग 7 करोड़ रूपये की राशि अनुरक्षण के लिए प्रदान की गई है. बावजूद इसके सड़कों की मरम्मत एवं अनुरक्षण के नाम पर केवल खानापूर्ति की जा रही है। स्थिति यह है कि, जिन सड़कों के मरम्मत की जाती है, अगले दिन से ही वह उखड़ी हुई दिखाई देती है. साफ तौर पर कहे तो अनुरक्षण के नाम पर विभाग द्वारा केवल खानापूर्ति की जा रही है.

इस संदर्भ में पथ निर्माण विभाग के कार्यपालक अभियंता भरत लाल से बात करने पर उन्होंने बताया कि जल्द ही गड्ढों को भरवा दिया जाएगा.













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