पूर्व राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी के निधन पर केंद्रीय मंत्री, प्रेस क्लब ने समेत आमजनों ने जताया शोक ..

कहा कि, भारत रत्न प्रणव मुखर्जी का निधन हमारे बीच से एक पुरोधा का चले जाने जैसा है. वक्त माकूल नही था. अब भी उनकी जरूरत थी. या यूं कहें जरूरत तो अभी ही थी. वक्त फुरसत में जब भी भारतीय राजनीति की समीक्षा करेगा, प्रणव दा का जिक्र करना ही होगा.


- केंद्रीय मंत्री अश्विनी कुमार चौबे समेत नेताओं ने व्यक्त की शोक संवेदना
- बक्सर प्रेस क्लब के सदस्यों ने जताया शोक, कहा अपूरणीय क्षति

बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर: पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के निधन पर देश शोक में डूब गया है देश में सात दिवसीय राजकीय शोक की घोषणा की गई है. बक्सर में भी तमाम लोगों ने पूर्व राष्ट्रपति के निधन पर गहरा दुख व्यक्त किया है. केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्य मंत्री अश्विनी कुमार चौबे ने देश के पूर्व राष्ट्रपति भारत रत्न प्रणव मुखर्जी के निधन पर गहरी शोक संवेदना व्यक्त की है. उन्होंने कहा कि पूर्व राष्ट्रपति मुखर्जी का निधन एक युग का अंत है. उन्होंने अपनी मेहनत से राजनीतिक जीवन में कई महत्वपूर्ण मुकाम हासिल किए. अपने निर्णय एवं कार्यों से देश को नई दिशा दी. वे संसदीय मामलों के विशेषज्ञ थे. विभिन्न पदों पर रहते हुए उन्होंने देश की सेवा की. उन्हें देशवासी हमेशा याद रखेंगे. ईश्वर से उनकी आत्मा को शांति व परिजनों को संबल प्रदान करने की कामना करता हूँ.

बक्सर प्रेस क्लब के अध्यक्ष डॉ. शशांक शेखर ने पूर्व राष्ट्रपति के निधन पर गहरा दुख व्यक्त किया है. प्रेस क्लब के सचिव अजय मिश्रा ने अपने संदेश में कहा कि, भारत रत्न प्रणव मुखर्जी का निधन हमारे बीच से एक पुरोधा का चले जाने जैसा है. वक्त माकूल नही था. अब भी उनकी जरूरत थी. या यूं कहें जरूरत तो अभी ही थी. वक्त फुरसत में जब भी भारतीय राजनीति की समीक्षा करेगा, प्रणव दा का जिक्र करना ही होगा. दौर भूतकाल का हो वर्तमान या भविष्य का. प्रणव दा के नाम को शुमार किये बिना भारतीय राजनीति की समीक्षा हो ही नही सकती. आजाद भारत के शिखर पुरुषो के  फेहरिस्त में यह एक अलग ही नाम था. प्रणव दा की राजनीतिक सोच की ओज भारत की सीमा के बाहर भी गूंजा करती थी. आज जब देश विकट परिस्थितियों से घिरा है. ऐसे में बीच मझधार में पतवार का टूट जाना भारतीय जनमानस को सदियों तक खलेगा.

उधर, पूर्व राष्ट्रपति के निधन पर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अनिल कुमार त्रिवेदी, हरिशंकर त्रिवेदी, रमेश तिवारी, भाजपा नेता अमरेंद्र पांडेय उषा दूबे, अधिवक्ता व समाजवादी नेता अश्विनी कुमार वर्मा, मतिउर्रहमान, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता बिनोधर ओझा, सुभाष ओझा समेत कई लोगों ने शोक व्यक्त किया है.













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