एस-टेट का सेंटर काफी दूर होने पर महिला परीक्षार्थियों ने जताया रोष ..

कहना है कि उनका परीक्षा केंद्र 480 किलोमीटर दूर पूर्णिया निर्धारित किया गया है. 18 सितम्बर को अंग्रेजी विषय की परीक्षा पूर्णिया स्थित केंद्र पर होनी है. आसपास के ज़िलों में परीक्षा केंद्र बनाये जाने को लेकर ज़िले की महिला अभ्यर्थियों ने मुख्यमंत्री, उप मुख्यमंत्री, शिक्षा विभाग के सचिव सहित फ़िल्म अभिनेता सोनू सूद से भी ट्विटर के माध्यम से गुहार लगाई है लेकिन, नतीजा ढाक के तीन पात ही रहा है. 


- मुख्यमंत्री से लेकर सोनू सूद तक लगायी गुहार, पर नहीं बदला गया सेंटर               
- महिलाओं ने कहा, सरकार ने नहीं किया न्याय
       
बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर: माध्यमिक एवं उच्चतर माध्यमिक विद्यालयों में शिक्षकों की नियुक्ति हेतु आयोजित एस टेट यानि शिक्षक पात्रता परीक्षा के लिए जिले की बेटियों को न्याय नहीं मिल पाया है. नारीशशक्तिकरण की बात करने वाली सरकार अपने दावों पर सही साबित नहीं हुई है. इस संदर्भ में मुख्यमंत्री से लेकर सोनू सूद तक  गुहार लगाने पर  कोई फायदा नहीं हुआ. यह कहना है जिले से शिक्षक पात्रता परीक्षा में शामिल होने वाली महिला परीक्षार्थियों का.

जिले की महिला परीक्षार्थियों का कहना है कि उनका परीक्षा केंद्र 480 किलोमीटर दूर पूर्णिया निर्धारित किया गया है. 18 सितम्बर को अंग्रेजी विषय की परीक्षा पूर्णिया स्थित केंद्र पर होनी है. आसपास के ज़िलों में परीक्षा केंद्र बनाये जाने को लेकर ज़िले की महिला अभ्यर्थियों ने मुख्यमंत्री, उप मुख्यमंत्री, शिक्षा विभाग के सचिव सहित फ़िल्म अभिनेता सोनू सूद से भी ट्विटर के माध्यम से गुहार लगाई है लेकिन, नतीजा ढाक के तीन पात ही रहा है. नतीजतन महिला परीक्षार्थियों ने परीक्षा छोड़ने का ही मन बनाया है.


महिलाओं का कहना है कि पूर्णिया के लिए न कोई ट्रेन सेवा है और नहीं कोई बस सेवा ही है. कोरोना महामारी में होटल आदि में रुकना भी खतरे से खेलना है. महिला परीक्षार्थियों का 13 घंटे की बक्सर से पूर्णिया सड़क मार्ग से भी जाना श्रेयस्कर नहीं है.

अंग्रेजी विषय की परीक्षार्थी मंजू कुमारी ने बताया कि कई लड़कियों ने मुख्यमंत्री से लेकर सोनू सूद तक गुहार लगाई लेकिन उनका परीक्षा केंद्र नहीं बदला जा सका है. इस लिए वे लोग परीक्षा छोड़ने का ही मन बनाया है. उन्होंने बताया कि नारी सशक्तिकरण का बात करने वाली सरकार जब इतने कड़ाई से परीक्षा आयोजित कर रही है तो गृह केंद्र क्यों नहीं निर्धारित किया जा सका है. बी.पी.एस.सी. की परीक्षा हो या दरोगा भर्ती परीक्षा हो, महिला अभ्यर्थियों को गृह ज़िला में ही केंद्र आवंटित किया गया है लेकिन, शिक्षक पात्रता परीक्षा में लड़कियों को जानबूझकर अलग करने की नीयत से बक्सर की लड़कियों को पूर्णिया केंद्र आवंटित किया गया है.













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