जदयू कार्यकर्ता को तरहीज देने में जुटा, डुमरांव में परिवर्तन का नया चेहरा हो सकते हैं कमलेश कुमार सिंह

अब तक जो राजनीतिक खुशबू आ रही है. उससे स्पष्ट हो रहा है कि अबकी बार का चुनाव काफी फेरबदल होने की संभावना है. क्योंकि पिछली बार और इस बार के चुनाव में गठबंधन तथा महागठबंधन में पार्टियां बदल गई है. 


- जनता पार्टी लोक दल तथा जनता दल में समर्पण की भावना से करते रहे हैं कार्य
- पार्टी हित में दो बार छोड़ चुके हैं विधानसभा का मोह

बक्सर टॉप न्यूज, बक्सर: विधानसभा चुनाव में टिकट के बंटवारे को लेकर अभी तक तस्वीर साफ नहीं हुई है. सीट बंटवारे व प्रत्याशियों लेकर अटकलों का बाजार गर्म है. ऐसे राजनीतिक गलियारों की थोड़ी सी भी हलचल पर सभी के आंख और कान लगे हुए हैं. अब तक जो राजनीतिक खुशबू आ रही है. उससे स्पष्ट हो रहा है कि अबकी बार का चुनाव काफी फेरबदल होने की संभावना है. क्योंकि पिछली बार और इस बार के चुनाव में गठबंधन तथा महागठबंधन में पार्टियां बदल गई है. 
सूत्रों की माने तो डुमराँव विधानसभा सीट को लेकर भी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार स्वयं ही बदलाव के मूड में हैं. ऐसे में पार्टी के कर्मयोगी साथी रहे जनता पार्टी, लोक दल तथा जनता दल में नीतीश कुमार एवं वशिष्ठ नारायण सिंह के साथ सक्रिय रहे जेपी आंदोलन के नेता कमलेश कुमार सिंह एक बेहतर विकल्प के रूप में देखे जा रहे हैं. वह नावानगर प्रखंड के बेलहरी गांव के मूल निवासी हैं. कमलेश कुमार सिंह राजनीति में एक लंबा समय गुज़ार चुके हैं. वह समता पार्टी के जमाने से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ ही रहे हैं. सूत्र बताते हैं कि दो बार के विधानसभा चुनाव में इन्होंने किसी और के लिए विधानसभा सीट पर अपनी दावेदारी छोड़ दी थी. लेकिन, अबकी बार ऐसी उम्मीद है कि पार्टी इनकी वफादारी को ध्यान में रखते हुए इनके नाम पर विचार कर सकती है. इन्होंने जनता दल यूनाइटेड के प्रदेश अभियान समिति में सक्रिय योगदान दिया है. इसके साथ साथ जदयू के पर्यवेक्षक, प्रदेश महासचिव सह भोजपुर जिला प्रभारी, प्रदेश संगठन सचिव तथा प्रदेश कार्यकारिणी में विशेष आमंत्रित सदस्य के साथ-साथ जनता दल यूनाइटेड के वर्तमान प्रदेश सचिव के रूप में मजबूती ईमानदारी के साथ के साथ अपनी भूमिका का निर्वहन किया है.













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