विधानसभा चुनाव के सफल संचालन के लिए प्रशिक्षित किए गए पुलिस तथा सेक्टर पदाधिकारी ..

बताया कि बिहार विधानसभा निर्वाचन 2020 को स्वच्छ, निष्पक्ष एवं शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न कराने हेतु किसी भी तरह के डर, भय, प्रभाव या प्रलोभन से मतदाताओं को मुक्त रखा जाना आवश्यक है. साथ ही मतदान केन्द्रों पर मूलभूत सुविधाओं को उपलब्ध कराया जाना नितान्त अनिवार्य है.


- पदाधिकारियों को दी गई कर्तव्य की जानकारी
- पदाधिकारियों ने कहा बिना डर, भय अथवा किसी प्रलोभन के संपन्न कराए जाएं चुनाव

बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर: बिहार विधानसभा निर्वाचन के दौरान प्रतिनियुक्त सेक्टर पदाधिकारियों के साथ पुलिस पदाधिकारियों की एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन निबंधन सह परामर्श केंद्र में किया.कार्यशाला में पुलिस अधीक्षक नीरज कुमार सिंह, अपर समाहर्ता चंद्रशेखर झा, जिला लोक शिकायत निवारण पदाधिकारी, जिला कल्याण पदाधिकारी-सह-विधि व्यवस्था कोषांग के नोडल पदाधिकारी, अनुमण्डल पदाधिकारी, वरीय पदाधिकारी, प्रतिनियुक्त सेक्टर पदाधिकारी, एवं पुलिस पदाधिकारी उपस्थित थे.

 इस दौरान बताया गया कि विधान सभा आम निर्वाचन 2020 के सफल संचालन हेतु जिलान्तर्गत चारों विधानसभा निर्वाचन क्षेत्रों के लिए सेक्टर पदाधिकारी के साथ पुलिस पदाधिकारियों की प्रतिनियुक्ति कर दी गई है. 199-ब्रह्यपुर विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र के लिए कुल 44, 200-बक्सर विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र के लिए कुल 28, 201-डुमराँव विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र के लिए 45, तथा 202-राजपुर विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र के लिए कुल 33 सेक्टर पदाधिकारी एवं पुलिस पदाधिकारियों की प्रतिनियुक्ति जिला निर्वाचन पदाधिकारी-सह-जिला पदाधिकारी बक्सर के द्वारा कर दी गई है. 

प्रथम सत्र में बक्सर अनुमण्डल एवं द्वितीय सत्र में डुमराँव अनुमण्डल क्षेत्रान्तर्गत प्रतिनियुक्त सेक्टर पदाधिकारी एवं पुलिस पदाधिकारियों को प्रशिक्षण दिया गया. प्रशिक्षण सत्र को सम्बोधित करते हुए अपर समाहर्ता चंद्रशेखर झा ने बताया कि बिहार विधानसभा निर्वाचन 2020 को स्वच्छ, निष्पक्ष एवं शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न कराने हेतु किसी भी तरह के डर, भय, प्रभाव या प्रलोभन से मतदाताओं को मुक्त रखा जाना आवश्यक है. साथ ही मतदान केन्द्रों पर मूलभूत सुविधाओं को उपलब्ध कराया जाना नितान्त अनिवार्य है. इसीलिए प्रतिनियुक्त सेक्टर पदाधिकारियों को दिए गए सेक्टर के अंतर्गत आने वाले मतदान केन्द्रों पर भ्रमण कर सभी मूलभूत सुविधा की उपलब्धता को देखकर प्रतिवेदन अपने निर्वाची पदाधिकारी को देने को कहा गया. भौतिक सत्यापन के दौरान मतदान केन्द्रों पर रोशनी की व्यवस्था हेतु बिजली कनेक्शन की जाँच, शौचालय की स्थिति, बूथ पर फर्नीचर की उपलब्धता, पेयजल की उपलब्धता, रैम्प की स्थिति, रंग-रोगन की स्थिति को देखकर प्रतिवेदन देने को कहा गया. 


इस दौरान मतदान केन्द्र से सम्बद्व क्षेत्रों में भ्रमण कर आपराधिक प्रवृति के लोगों पर नजर रखने को भी कहा गया. साथ ही पिछले चुनावों में संदिग्ध रूप से पहचाने जाने वाले दबंग एवं आपराधिक चरित्र वाले व्यक्तियों पर विशेष नजर रखने को कहा गया. ताकि वे कमजोर वर्ग के मतदाताओं को प्रभावित न कर सके. इसीलिए सबसे महत्वपूर्ण कार्य वल्नरेबिलिटि मैपिंग को बताया गया. इसके लिए वल्नरेबल ग्रामों, बस्ती, करबों तथा समुदायों में नियमित दौरे कर जानकारी एकत्र करने को कहा गया. इन वल्नरेबल बस्ती एवं समुदायों में मतदाता निर्भीक होकर चुनाव दे पाते हैं या नहीं इसकी सूचना निर्वाची पदाधिकारी को देने को कहा गया. 

मौके पर सभी को यह बताया गया कि स्थानीय लोगों से मिलकर वास्तविक स्थिति का आकलन कर प्रतिवेदन जल्द से जल्द प्रदान किया जाए. मतदान केन्द्रों पर पहुँचने का नजरी-नक्शा बनाने को भी कहा गया. प्रशिक्षण सत्र में ई-विजिल ऐप्प को इंस्टाल करने एवं प्रयोग करने को लेकर प्रशिक्षण एन.आई.सी. के पदाधिकारियों के द्वारा दिया गया.















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