शांतिपूर्ण दुर्गा पूजा मनाने के लिए जारी हुए दिशा निर्देश, 9000 लोगों पर पुलिस ने की निरोधात्मक कार्रवाई ..

कोविड-19 एवं विधान सभा निर्वाचन के बीच दुर्गापूजा के त्योहार की तिथियाँ पड़ रही है. दुर्गापूजा में बड़ी संख्या में लोग पूजा पंडाल/मंडप/मंदिर/शिवालय इत्यादि स्थानों पर एकत्रित होते हैं. लेकिन, कोविड-19 के संक्रमण से बचाव के लिए केन्द्र एवं राज्य सरकार द्वारा समय-समय पर निर्गत निदेशों का पालन इस अवसर पर सख्ती से कराया जाना आवश्यक है. 



- जिला पदाधिकारी अमन समीर की अध्यक्षता में आयोजित की गई बैठक
- उपस्थित रहे जिला स्तरीय सभी पदाधिकारी व प्रबुद्धजन

बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर: जिला दण्डाधिकारी सह जिला पदाधिकारी अमन समीर की अध्यक्षता में दशहरा पर्व को शांतिपूर्ण व सादगीपूर्वक ढंग से मनाने हेतु जिला स्तरीय शांति समिति की बैठक समाहरणालय सभागार में आहूत की गई.  डीएम ने बैठक को सम्बोधित करते हुए कहा कि कोविड-19 संक्रमण के प्रभाव के कारण गृह विभाग (विशेष शाखा) बिहार सरकार के द्वारा दशहरे को मनाने हेतु दिशा-निर्देश जारी किया गया है. आदेश में कहा गया है कि वैश्विक महामारी कोविड-19 एवं विधान सभा निर्वाचन के बीच दुर्गापूजा के त्योहार की तिथियाँ पड़ रही है. दुर्गापूजा में बड़ी संख्या में लोग पूजा पंडाल/मंडप/मंदिर/शिवालय इत्यादि स्थानों पर एकत्रित होते हैं. लेकिन, कोविड-19 के संक्रमण से बचाव के लिए केन्द्र एवं राज्य सरकार द्वारा समय-समय पर निर्गत निदेशों का पालन इस अवसर पर सख्ती से कराया जाना आवश्यक है. कन्टेनमेंट जोन के बाहर दुर्गापूजा 2020 के आयोजन के संबंध में दिए गए दिशा निर्देश में बताया गया है कि, जिला प्रशासन द्वारा यह सुनिश्चित किया जायेगा कि पूजा संबंधी किसी कार्यक्रम से चुनाव आचार संहिता एवं भारत निर्वाचन आयोग के किसी निदेश का उल्लंघन न हो. दुर्गापूजा का आयोजन मंदिरों में या निजी रूप से घर पर ही करने को कहा गया है. 



बैठक को सम्बोधित करते हुए पुलिस अधीक्षक नीरज कुमार सिंह ने बताया कि दशहरा पर्व के पूर्व सुरक्षा का इंतजाम पूर्ण कर लिया गया है. असामाजिक तत्वों पर कड़ी नजर रखी जा रही है. 9000 से ज्यादा निरोधात्मक कार्रवाई की गई है. अनुमण्डल एवं थाना स्तर पर भी शांति समिति की बैठक आयोजित कर गृह विभाग के दिशा-निर्देश से सबों को अवगत करा दिया गया है. शांति समिति के सदस्यगणों ने इस अवसर पर कहा कि सर्वप्रथम आम जनता की सुरक्षा आवश्यक है, अतएव हम सभी जिला प्रशासन के द्वारा दिए गए निर्देशों का अक्षरशः अनुपालन करेंगे. 

आयोजन के लिए शर्ते रहेंगी :

- मंदिर में पूजा पंडाल/मंडप का निर्माण किसी विशेष विषय पर नहीं किया जाएगा.

-  इसके आस पास कोई तोरण द्वार अथवा स्वागत द्वार नहीं बनाया जाएगा.

- जिस जगह मूर्तियाँ रखी गई हैं, उस स्थान को छोड़कर शेष भाग खुला रहेगा.

- सार्वजनिक उद्घोषणा प्रणाली का उपयोग नहीं किया जाएगा.

- इस अवसर पर किसी प्रकार के मेला का आयोजन नहीं किया जाएगा.

- पूजा स्थल के आस पास खाद्य पदार्थ का स्टॉल नहीं लगाया जायेगा.

- किसी प्रकार के विसर्जन जुलूस की अनुमति नहीं दी जायेगी.

- जिला प्रशासन द्वारा निर्धारित तरीके से चिन्हित स्थानों पर ही मूर्तियों का विसर्जन किया जाएगा.

- विसर्जन विजयादशमी (25 अक्टूबर 2020) को ही पूर्ण कर लिया जायेगा.

- कोई सामुदायिक भोज/प्रसाद या भोग का वितरण नहीं किया जाएगा.

- आयोजकों/पूजा समितियों द्वारा किसी रूप में आमंत्रण पत्र जारी नहीं किया जाएगा.

- मंदिर में पूजा पंडाल/मंडप के उद्घाटन के लिए कोई सार्वजनिक समारोह आयोजित नहीं किया जाएगा.

- मंदिर में पूजा के आयोजकों द्वारा पर्याप्त सेनिटाइजर की व्यवस्था की जायेगी.

- कोविड-19 के संक्रमण रोकने के संबंध में केन्द्र एवं राज्य सरकार द्वारा निर्गत मापदण्ड का पालन करना अनिवार्य होगा.

- पूजा के आयोजकों/कार्यकर्ताओं एवं उससे संबंधित अन्य व्यक्तियों को स्थानीय प्रशासन द्वारा निर्धारित शर्तों का पालन करना होगा.

- किसी भी सार्वजनिक स्थल, होटल, क्लब आदि पर गरबा/डांडिया, रामलीला इत्यादि कार्यक्रम का आयोजन नहीं किया जाएगा.

- रावण पुतला दहन का कार्यक्रम सार्वजनिक स्थान पर आयोजित नहीं किया जायेगा. ऐसा करने पर भीड़ जमा होने की आशंका है.

- सार्वजनिक स्थानों पर फेस मास्क का प्रयोग तथा सामाजिक दूरी (न्यूनतम 6 फीट) का अनुपालन सुनिश्चित कराया जाना अनिवार्य होगा.

- सभी आगन्तुकों के तापमान की जाँच की जायेगी.

दंड का प्रावधानः- उक्त दिशा निदेश का उल्लंघन करने वाले व्यक्तियों के विरूद्व आपदा प्रबंधन अधिनियम की धारा 51-60 के प्रावधानों के अतिरिक्त भा0द0वि0 की धारा 188 एवं अन्य सुसंगत धाराओं के अधीन कानूनी कार्रवाई की जाएगी.


बैठक में जिला लोक शिकायत निवारण पदाधिकारी, अनुमण्डल पदाधिकारी डुमराँव एवं बक्सर, अनुमण्डल पुलिस पदाधिकारी बक्सर, जिला जन सम्पर्क पदाधिकारी, जिला स्तरीय पदाधिकारी एवं शांति समिति के सदस्यगण उपस्थित थे.

















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