कोरोना काल में जिले के बैंकों के 2047 करोड़ रुपये लोन रिकवरी का दबाव ..

आर्थिक रूप से परेशान उपभोक्ताओं के ऊपर भी बैंक विशेष दबाव नहीं बना रहा. साथ ही साथ पुराने उपभोक्ताओं के द्वारा भी ऋण नहीं चुकाया जा रहा है. हालांकि, बैंक अब उपभोक्ताओं से यह अनुरोध कर रहा है कि वह अपने ऋण की राशि को धीरे-धीरे चुकाने का प्रयास करें ताकि, वित्तीय संकट से जूझ रहे बैंकों को राहत हो. साथ ही साथ उपभोक्ताओं के ऊपर से भी कुछ भार कम हो.


- कोरोना काल में  लोन रिकवरी में बैंकों को हो रही परेशानी
- पिछले वित्तीय वर्ष में जिले भर में दिया गया 2047.30 करोड़ का लोन 


बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर: कोरोना काल में एक तरफ जहां तमाम आर्थिक गतिविधियां प्रभावित हुई है वहीं, दूसरी तरफ बैंकों के द्वारा ऋण वसूली में भी नरमी बरती गई है. ऐसे में करोड़ों रुपए के ऋण की रिकवरी राशि बैंकों तक नहीं पहुंची है, जिसके लिए बैंक ऑफ लगातार प्रयास कर रहा है. हालांकि, अभी भी उपभोक्ताओं की जरूरतों तथा उनकी परेशानियों को देखते हुए ऋण वसूली में नरमी बरती जा रही है.

इस संदर्भ में जानकारी देते हुए अग्रणी बैंकों के प्रबंधक आनंद कुमार ओझा ने बताया कि, मार्च माह तक पिछले वित्तीय वर्ष में जिले भर में विभिन्न बैंकों के द्वारा  उपभोक्ताओं को  ऋण के रूप में 2047.30 करोड़ रुपए की राशि प्रदान की गई, जिसकी रिकवरी में काफी परेशानी हो रही है. आर्थिक रूप से परेशान उपभोक्ताओं के ऊपर भी बैंक विशेष दबाव नहीं बना रहा. साथ ही साथ पुराने उपभोक्ताओं के द्वारा भी ऋण नहीं चुकाया जा रहा है. हालांकि, बैंक अब उपभोक्ताओं से यह अनुरोध कर रहा है कि वह अपने ऋण की राशि को धीरे-धीरे चुकाने का प्रयास करें ताकि, वित्तीय संकट से जूझ रहे बैंकों को राहत हो. साथ ही साथ उपभोक्ताओं के ऊपर से भी कुछ भार कम हो.

उन्होंने बताया कि, आर्थिक गतिविधियां जैसे जैसे सामान्य हो रही है वैसे-वैसे बैंकों को भी यह उम्मीद जग रही है कि, सब कुछ धीरे-धीरे सामान्य होगा तथा बैंकों के द्वारा प्रदान की गई ऋण की वसूली भी होगी, जिससे कि बैंक अन्य उपभोक्ताओं को फिर से ऋण देकर उनके व्यवसाय को बढ़ाने में उनकी मदद कर सकेगा.





















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