डॉ. रमेश चंद्र पांडेय बने भारतीय पुनर्वास परिषद् के सदस्य ..

समाजिक क्षेत्र से जुड़े रहे. बाल कल्याण समिति के सदस्य और अध्यक्ष पद पर भी आसीन रहे हैं. छह साल के कार्यकाल के दौरान बालकों के हित में कई अहम फैसले लिए थे ताकि, बालकों का बेहतर भविष्य का निर्माण हो सके. बातचीत के दौरान उन्होंने बताया कि, दिव्यांगजनों के लिए बेहतर शिक्षा नीति बनाने का प्रयास किया जाएगा.

 

- जिले के ही रहने वाले हैं डॉ. रमेश चंद्र, 3 साल का होगा कार्यकाल
- कहा, दिव्यांग जनों के लिए बेहतर शिक्षा नीति बनाने का करेंगे कार्य

बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर: भारतीय पुनर्वास परिषद् में प्रशासक सदस्य के रूप में बक्सर के लाल डॉ. रमेश चंद्र पांडेय का चयन हुआ है. इनका कार्यकाल तीन साल का होगा. इस समिति में पूरे भारत से 13 सदस्यों को स्थान दिया गया है. बिहार से एकमात्र सदस्य के रूप में इनका चयन हुआ है. यह जानकारी सामाजिक न्याय एवं अधिकरिता मंत्रालय के दिव्यांगजन सशक्तीकरण विभाग की ओर से जारी असाधारण राजपत्र (गजट) से मिली है. इस समिति का मुख्य उद्देश्य दिव्यंगता के क्षेत्र में शिक्षा नीति का निर्धारण करना है.

डॉ. रमेश चंद्र पांडेय मूल रूप से सिमरी प्रखंड के बड़का राजपुर गांव निवासी हैं. हाई स्कूल की पढाई पूरी करने के बाद आगे की शिक्षा बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय से पूरी की. इन्होंने पीएचडी की डिग्री हासिल की. इसके बाद इनका चयन बिहार शिक्षा परियोजना में प्रखंड साधनसेवी (समावेशी शिक्षा) में हुआ. इन्होंने सिमरी प्रखंड में योगदान दिया. वह समाजिक क्षेत्र से जुड़े रहे. बाल कल्याण समिति के सदस्य और अध्यक्ष पद पर भी आसीन रहे हैं. छह साल के कार्यकाल के दौरान बालकों के हित में कई अहम फैसले लिए थे ताकि, बालकों का बेहतर भविष्य का निर्माण हो सके. बातचीत के दौरान उन्होंने बताया कि, दिव्यांगजनों के लिए बेहतर शिक्षा नीति बनाने का प्रयास किया जाएगा. जिससे समाज में दिव्यांगजनों को अच्छी से अच्छी शिक्षा मिल सके.


















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