गांधी जयंती के मौके पर केंद्रीय कारा में आयोजित हुई निबंध तथा रंगोली प्रतियोगिता ..

आधुनिक जीवनशैली के कारण व्यक्ति समाज परिवार से दूर हो गया था, उसे इस महामारी ने करीब ला दिया है. लोगों को अच्छे से हाथ धोने की समस्या थी वह इसने लोगों को सिखा दिया. बोलते वक्त काफी असावधानी रहती है उसके लिए मुंह पर मास्क लगा दिए गए. अच्छे से स्नान करना जीवन का या जीवित रहने का आसरा हो गया. 

 

- कैदियों को महात्मा गांधी के विचारों को आत्मसात करने की कही गई बात
- कैदियों के बीच आयोजित हुई विभिन्न प्रतियोगिताएं, दिए गए पुरस्कार


बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर: गाँधी जयंती के मौके पर केन्द्रीय कारा, मुक्त कारागार, एवं महिला मंडल कारा में कई कार्यक्रम आयोजित किए गए. इस अवसर पर प्रधान प्रोवेशन पदाधिकारी, पूनम रानी, प्रोवेशन पदाधिकारी, सुल्ताना फिरदौस, कारा अधीक्षक राजीव कुमार, चिकित्सा पदाधिकारी , डॉ. कुमार अमरेन्द्र आज़ाद, उपाधीक्षक त्रिभुवन सिंह एवं मुक्त कारागार के प्रभारी उपाधीक्षक सरोज कुमार एवं महिला मंडल कारा के प्रभारी उपाधीक्षक मिथिलेश कुमार एवं कारा के सभी लिपिक, प्रोग्रामर , कम्प्यूटर ऑपरेटर , कक्षपाल संवर्ग के कर्मी उपस्थित रहे. कार्यक्रम की शुरुआत सभी काराओं में दीप प्रज्जवलित कर हुआ. तत्पश्चात् महात्मा गाँधी की प्रतिमा पर माल्यार्पण एवं पुष्पार्पण पदाधिकारियों एवं बंदियों द्वारा किया गया. मौके पर कैदियों को महात्मा गांधी के विचारों को अपने जीवन में उतारने का संदेश दिया गया.  


मौके पर कारा अधीक्षक ने कहा कि कोरोना महामारी में गांधी जी के विचार ज्यादा प्रासंगिक हो गए हैं. आधुनिक जीवनशैली के कारण व्यक्ति समाज परिवार से दूर हो गया था, उसे इस महामारी ने करीब ला दिया है. लोगों को अच्छे से हाथ धोने की समस्या थी वह इसने लोगों को सिखा दिया. बोलते वक्त काफी असावधानी रहती है उसके लिए मुंह पर मास्क लगा दिए गए. अच्छे से स्नान करना जीवन का या जीवित रहने का आसरा हो गया. अतः कैदी गांधी जी के जीवन मूल्यों को अपने जीवन में उतारे एवं प्रेम के साधन लेकर कार्य से मुक्त होकर समाज की मुख्यधारा में जुड़े.


इस अवसर पर निबंध प्रतियोगिता भी आयोजित की गई । जिसमें निम्न बंदियों के द्वारा भाग लेकर प्रथम, द्वितीय,  तृतीय पुरस्कार प्राप्त किया गया। जिनमें केन्द्रीय कारा से राकेश त्रिपाठी, प्रशान्त कुमार, भगवान सिंह वहीं, मुक्त कारागार  नरेन्द्र शर्मा, कन्हैया पटेल, योगेन्द्र साह तथा महिला मंडल कारा में रंगोली प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। जिसमें माला कुमारी उर्फ माला देवी, नीतू देवी ने पुरस्कार प्राप्त किया। प्रातः प्रभातफेरी भी निकाली गयी एवं बंदियों द्वारा भी गाँधी पर अपने विचार व्यक्त करने का मौका दिया गया। अंत में मुक्त कारागार के प्रभारी उपाधीक्षक , सरोज कुमार द्वारा सभी वक्ताओं को धन्यवाद देते हुए कार्यक्रम का समापन किया गया।


इस अवसर पर निबंध प्रतियोगिता भी आयोजित की गई. जिसमें निम्न बंदियों के द्वारा भाग लेकर प्रथम, द्वितीय, तृतीय पुरस्कार प्राप्त किया गया. जिनमें केन्द्रीय कारा से राकेश त्रिपाठी, प्रशान्त कुमार, भगवान सिंह वहीं, मुक्त कारागार  नरेन्द्र शर्मा, कन्हैया पटेल, योगेन्द्र साह तथा महिला मंडल कारा में रंगोली प्रतियोगिता का आयोजन किया गया. जिसमें माला कुमारी उर्फ माला देवी, नीतू देवी ने पुरस्कार प्राप्त किया. प्रातः प्रभातफेरी भी निकाली गयी एवं बंदियों द्वारा भी गाँधी पर अपने विचार व्यक्त करने का मौका दिया गया. अंत में मुक्त कारागार के प्रभारी उपाधीक्षक , सरोज कुमार द्वारा सभी वक्ताओं को धन्यवाद देते हुए कार्यक्रम का समापन किया गया.

















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