नितीश ने बिहार को बनाया भयमुक्त : अंजुम आरा

महिलाओं की सुरक्षा के लिए विशेष ध्यान दिया जाता है. महिलाओं के हर थाने में महिला पुलिस कर्मियों को तैनात किया गया. ताकि वह अपनी पीड़ा आसानी से पुलिस को बता सके.  अब जनता को निर्धारित करना है कि वह किस युग में जीना चाहते है. जंगल राज या भय मुक्त बिहार में. वोटरों को अपने भाग्य का फैसला खुद करना है.

- जदयू प्रत्याशी अंजुम आरा ने विधानसभा क्षेत्र में चलाया जनसंपर्क अभियान
- कहा, नितीश के शासनकाल में हुआ है अपराध का खात्मा

बक्सर टॉप न्यूज, बक्सर: सूबे को भयमुक्त या भययुक्त बनाना वोटरों के हाथ में हैं. जंगलराज के दौरान फिरौती के लिए अपहरण एक उद्योग के रूप में पनपा था. लेकिन, सीएम नीतीश कुमार के हाथों में जब से सूबे के शासन की कमान हाथ में मिली. सबसे पहले उन्होंने अपराध के ग्राफ को कम करने का प्रयास किया. जिसमें काफी हद तक सफलता मिली. उक्त बातें एनडीए प्रत्याशी अंजुम आरा ने जनसंपर्क अभियान के दौरान कहीं. 


अंजुम आरा ने कहा कि, एक समय वह भी दिन था जब लोग शाम छह बजे के पहले अपने घरों में आ जाते थे. कोई भी अपने आप को सुरक्षित महसूस नहीं करता था. लेकिन, अब सबकी सुरक्षा की गारंटी ली जाती है. कार्य में शिथिलता बरतने वाले पुलिस अधिकारी व कर्मियों को बख्शा नहीं जाता है. तुरंत कार्रवाई की जाती है. महिलाओं की सुरक्षा के लिए विशेष ध्यान दिया जाता है. महिलाओं के हर थाने में महिला पुलिस कर्मियों को तैनात किया गया. ताकि वह अपनी पीड़ा आसानी से पुलिस को बता सके.  अब जनता को निर्धारित करना है कि वह किस युग में जीना चाहते है. जंगल राज या भय मुक्त बिहार में. वोटरों को अपने भाग्य का फैसला खुद करना है. इसलिए आगामी 28 अक्टूबर को ईवीएम पर बटन दबाने से पहले जाति, धर्म, स्वार्थ से उपर उठकर वोटिंग करें. जनसंपर्क अभियान के दौरान गिरधर बरांव, भगवतपुर, शिवपुर, दसियांव, चनवथ सहित अन्य गांव का दौरा किया. इस दौरान जेडीयू प्रवक्ता ओम प्रकाश सिंह सेतू, हरेंद्र सिंह, नरेंद्र सिंह, दिनेश सिंह, वीरेंद्र सिंह लाला, प्रीती पटेल, भरत मिश्रा, सरदार सिंह कुशवाहा, कमलेश गुप्ता सहित अन्य मौजूद थे.


















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