कहानी सुनाने में सात्विक अव्वल ..

विलक्षण प्रतिभा के धनी सात्विक ने मोबाइल फोन के जरिये अपने विद्यालय के सभी छात्रों एवं शिक्षकों को कहानियां सुनाकर दिल मोह लिया है. जब कोरोना में बच्चे कार्टून और गेम मोबाइल पर खेल रहे हैं और दादा-दादी की भी कहानियों को सुनाने की लोक परंपरा विलुप्त हो गई हैं. 

 

- विद्यालय के द्वारा प्रदान किया गया पुरस्कार
- कोराना काल में ऑनलाइन मोड में लिया गया टेस्ट
                               
बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर: कोरोना काल में जब विद्यालय आदि बन्द हो और समाज को घोर नैराश्य व धुंधला भविष्य घेर रखा हो, वैसे में एक बालमन को उसकी  कहानियों को सुनाने की विलक्षण प्रतिभा को विद्यालय ने सम्मानित किया है. स्थानीय डी.ए.वी. पब्लिक स्कूल के नौ वर्षीय छात्र सात्विक दूबे को अपनी द्वितीय कक्षा में ऑनलाइन वर्चुअल मोड में हिन्दी कहानी सुनाने की प्रतियोगिता में प्रथम पुरस्कार दिया है. 

स्थानीय व्यवहार न्यायालय के पेशकार कुन्देन्दु कुमार दूबे के पुत्र सात्विक बच्चों को कहानियां सुनाने में माहिर हैं. जब समाज मे कहानी पढ़ने और सुनाने की परंपरा विलुप्त होती जा रही है वैसे में विलक्षण प्रतिभा के धनी सात्विक ने मोबाइल फोन के जरिये अपने विद्यालय के सभी छात्रों एवं शिक्षकों को कहानियां सुनाकर दिल मोह लिया है. जब कोरोना में बच्चे कार्टून और गेम मोबाइल पर खेल रहे हैं और दादा-दादी की भी कहानियों को सुनाने की लोक परंपरा विलुप्त हो गई हैं. 

ऐसे में एक बालमन द्वारा हिंदी कहानी सुनाने की प्रतिभा क़ाबिले तारीफ़ है. डी ए वी पब्लिक स्कूल द्वारा सात्विक को एक सर्टिफिकेट प्रदान किया गया है. सात्विक के मित्र  जानने वाले बताते हैं कि उन्हें सात्विक की इस विलक्षण प्रतिभा तथा सफलता पर काफी गर्व है.






















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