कालाबाजारी के आरोपी डीलर ने अंचलाधिकारी पर लगाए गंभीर आरोप ..

उन्होंने बताया कि चौगाई मुख्य मार्ग पर उनका कटरा है. इस कटरे में कई लोग अपने अपने सामान रखते हैं. इसी क्रम में चौगाई गांव के रहने वाले वीरेंद्र सिंह जो कि खाद्यान्न के कारोबारी हैं, उन्होंने अपना गेहूं कटरा के अंदर रखा था, जिसे वह गाँव के ही एक व्यक्ति को 14 तारीख को बेच चुके तथा अब उक्त व्यक्ति द्वारा उसे बेचने के लिए नावानगर भेजा जा रहा था. 






- कहा, बिना मामले की जांच कराए ही दर्ज करा दी गई प्राथमिकी
- बताया, दूसरे के खाद्यान्न को उनका बताकर बनाया जा रहा दोषी
- जिला पदाधिकारी से की मामले की निष्पक्ष जांच की मांग

बक्सर टॉप न्यूज, बक्सर: चौगाईं के पैक्स अध्यक्ष नरेंद्र सिंह ने अपने ऊपर लगे खाद्यान्न कालाबाजारी के आरोप को गलत बताया है. साथ ही उन्होंने अंचलाधिकारी पर भी बिना जांच किए उनके विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज कराए जाने का आरोप लगाया है. उन्होंने कहा है कि, चौगाई अंचलाधिकारी के द्वारा उनके विरुद्ध नामजद प्राथमिकी दर्ज कराई गई है लेकिन, इस मामले में उनकी संलिप्तता कहीं नहीं है. जिस खाद्यान्न की कालाबाजारी की बात कही जा रही है वह उनका है ही नहीं. सीओ ने सीसीटीवी फुटेज की भी बात कही है लेकिन, सीसीटीवी फुटेज में उन्हीं के कटरे में किराए पर रहने वाले दूसरे व्यक्ति के द्वारा खाद्यान्न का उठाव किया जा रहा है लेकिन, वह खाद्यान्न उनका नहीं है बल्कि, उनके कटरे में रहने वाले में कारोबारी के द्वारा रखा गया था जिसे वह बेचने के लिए नावानगर ले जा रहे थे. ऐसे में उन्होंने जिला पदाधिकारी को मेल करते हुए मामले की निष्पक्ष जांच कराने की मांग की है.



उन्होंने बताया कि जिस सीसीटीवी फुटेज के आधार पर अंचलाधिकारी बद्री प्रसाद गुप्ता ने उन पर प्राथमिकी दर्ज कराई है दरअसल उस से उनका कोई संबंध नहीं है. उन्होंने बताया कि चौगाई मुख्य मार्ग पर उनका कटरा है. इस कटरे में कई लोग अपने अपने सामान रखते हैं. इसी क्रम में चौगाई गांव के रहने वाले वीरेंद्र सिंह जो कि खाद्यान्न के कारोबारी हैं, उन्होंने अपना गेहूं कटरा के अंदर रखा था, जिसे वह गाँव के ही एक व्यक्ति को 14 तारीख को बेच चुके तथा अब उक्त व्यक्ति द्वारा उसे बेचने के लिए नावानगर भेजा जा रहा था. कटरे से गेहूं को ट्रैक्टर पर लोड करने के सीसीटीवी फुटेज में गेहूं लोड करने का वीडियो आया है, इसके आधार पर सीओ बद्री प्रसाद गुप्ता के द्वारा पैक्स अध्यक्ष सह डीलर नरेंद्र सिंह और ट्रैक्टर मालिक सह चालक एवं एक अन्य व्यक्ति के विरुद्ध नामजद प्राथमिकी दर्ज करा दी गई है. मामले में चौगाई अंचलाधिकारी का पक्ष जानने का प्रयास किया गया लेकिन, उनसे संपर्क नहीं हो सका.



उन्होंने कहा कि 14 तारीख के इस फुटेज के आधार पर प्राथमिकी दर्ज कराई गई है. जबकि उनके स्टाक में 14 तारीख को गेहूं है ही नहीं. जो चावल है वह अरवा चावल नहीं उसना चावल है. ऐसे में कहीं से भी इस मामले में उनकी कोई संलिप्तता उज़ागर नहीं हो रही है. 

मामले को लेकर उनके भाई के द्वारा डुमराँव अनुमंडल पदाधिकारी हरेंद्र राम के यहां फरियाद की गई जिसमें यह बताया गया कि, गांव के ही रहने वाले एक व्यक्ति के द्वारा विभिन्न दुकानों पर जाकर गेहूं और चावल की खरीद कर उसे बाजार में बेचा जाता है, जिसके लिए उन्होंने उनके कटरे में खाद्यान्न रखने वाले वीरेंद्र सिंह से खाद्यान्न लिया था लेकिन सीसीटीवी फुटेज के आधार पर यह आरोप लगाया जा रहा है कि गेहूं कालाबाजारी के लिए ले जाया जा रहा था. जबकि, जो कारोबारी गेंहू और चावल ले कर जा रहा था वह बार-बार कह रहा है कि, वह गेहूं और चावल को बेचने के लिए नावानगर ले जा रहा था तभी पुलिस द्वारा उसकी गाड़ी को रोक लिया गया और यह घटनाक्रम सामने आया.







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