ब्रह्मेश्वर नाथ मंदिर के समीप मनिहारी मार्केट में लगी आग, भारी नुकसान ..

तकरीबन 11:30 बजे स्थानीय मनिहारी मार्केट की तकरीबन 50 से 60 दुकानों में आग लग गई. आग इतनी भयावह थी कि देखते ही देखते सभी दुकानों के अंदर रखे सामान राख में तब्दील हो गए. हालांकि, सूचना मिलने के बाद पांच अग्निशामक गाड़ियों को बुलाया गया तथा काफी मशक्कत के बाद शनिवार की सुबह तक आग पर काबू पाया जा सका.

 

- मामूली विवाद में हुई थी मारपीट, रात्रि पहर में दुकानों में लगी आग
- तोड़फोड़ करने वाले असामाजिक तत्वों पर ही लग रहा आरोप 

बक्सर टॉप न्यूज, बक्सर: ब्रह्मपुर के बाबा ब्रह्मेश्वर नाथ ब्रह्मेश्वर नाथ मंदिर में असामाजिक तत्वों के द्वारा की गई तोड़फोड़ में जहां आसपास के गांवों के 20 नामजद तथा 80 अज्ञात लोगों के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज कराई गई है वहीं, दूसरी तरफ इस घटना के बाद माहौल शांत हो जाने के पश्चात रात तकरीबन 11:30 बजे स्थानीय मनिहारी मार्केट की तकरीबन 50 से 60 दुकानों में आग लग गई. आग इतनी भयावह थी कि देखते ही देखते सभी दुकानों के अंदर रखे सामान राख में तब्दील हो गए. हालांकि, सूचना मिलने के बाद पांच अग्निशामक गाड़ियों को बुलाया गया तथा काफी मशक्कत के बाद शनिवार की सुबह तक आग पर काबू पाया जा सका.


दरअसल, मंदिर परिसर और उसके आसपास श्रृंगार, रेडीमेड वस्त्र, पूजा सामग्री, धार्मिक पुस्तकों, हार्डवेयर आदि की दुकानें हैं. इन्हीं दुकानों में आग लगी है. इस घटना के बाद ग्रामीणों में जबरदस्त आक्रोश है. वहीं, घटना की सूचना मिलने पर मौके पर पहुंचे प्रखंड विकास पदाधिकारी डॉ. सत्येंद्र पराशर तथा अंचलाधिकारी प्रियंका कुमारी ने जांच पड़ताल की और अग्निकांड के मामले में क्षति का आकलन कराते हुए मुआवजा देने की बात कही है.

क्या है पूरा मामला

दरअसल, गुरुवार तथा शुक्रवार को स्थानीय पुजारी के पुत्र तथा पास के ही एक गाँव के युवक के साथ मामूली बहसबाजी हुई थी. जिसके बाद शुक्रवार साथ ललन जी के डेरा आदि गांवो के नवयुवकों ने मंदिर तथा मंदिर परिसर में घुसकर जबरदस्त तोड़फोड़ की. सूचना पर पहुंची पुलिस ने स्थिति को नियंत्रण में लिया. मामले में मंदिर प्रबंध समिति के अध्यक्ष मोहन लाल पांडेय ने 20 नामजद तथा तकरीबन 80 अज्ञात लोगों के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज कराई. बाद में पुलिस कर्मी वहां से चले गए. स्थानीय लोगों का आरोप है कि, रात तकरीबन 11:30 बजे एक बार फिर प्राथमिकी अभियुक्तों ने हमला बोलकर मंदिर परिसर तथा आसपास की दुकानों में आग लगा दी. जबकि पुलिस इसे स्वतः लगी आग बता रही है.

कहते हैं थानाध्यक्ष:

मारपीट की घटना के बाद मैं रात तकरीबन 11:30 बजे तक वहां रहा. जैसे ही वहां से थाने में पहुंचा तब तक ज्ञात हुआ कि, एक दुकान में आग लग गई है. तुरंत ही मौके पर पहुंचकर आग को बुझाए जाने का प्रयास शुरू किया गया लेकिन, एक दुकान से निकली चिंगारी ने धीरे-धीरे सभी दुकानों को अपनी जद में ले लिया. मामले में किसी के द्वारा आग लगाए जाने की बात प्रमाणित नहीं होती. वहीं, मंदिर मंदिर के अंदर मूर्तियों की तोड़फोड़ की बात भी गलत है. वीडियो फुटेज में इस तरह की बात प्रमाणित नहीं हुई.

निर्मल कुमार,
थानाध्यक्ष, ब्रह्मपुर


















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